हिंदू शाही (870-1000 AD), इतिहासकार अल-बिरुनी ने यह उपाधि शासन कर रहे हिंदू साम्राज्य को दी थी, जिसने तुर्की शाही के बाद, 10वीं और 11वीं शताब्दी तक, मुसलमानों की विजय से पहले शासन किया।
हिन्दू शाही (879-1026) अफगानिस्तान के अंतिम हिंदू राजवंशों में से एक था जिसने भारत में प्रारंभिक मध्यकाल के दौरान काबुल घाटी और गांधार (आधुनिक पाकिस्तान और अफगानिस्तान) पर आक्रमण किया था। वे तुर्क शाहियों के उत्तराधिकारी बने।
हिन्दू शाही वंश की स्थापना 9वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में शाही वंश के राजा लगर्तूमान को एक ब्राह्मण मंत्री कल्लर ने गद्दी से उपदस्थ करके की। इसके विषय में कल्हण की राजतरंगिणी से जानकारी मिलती है।
शाही या शाहिया राजवंशों ने भारत के मध्य राज्यों में शासन किया, जिसके अन्तर्गत काबुलिस्तान तथा गान्धार (वर्तमान समय का उत्तरी पाकिस्तान) के भाग आते थे। यह राजवंश तीसरी शताब्दी में कुषाण राजवंश के पतन के बाद शासन में आया था
महमूद गजनवी यमनी वंश का तुर्क सरदार गजनी के शासक सुबुक्तगीन का पुत्र था। महमूद ने सिंहासन पर बैठते ही हिन्दूशाहियों के विरुद्ध अभियान छेड़ दिया। महमूद ने पहला आक्रमण हिन्दू शाही राजा 'जयपाल' के विरुद्ध 29 नवंबर सन् 1001 में किया।
मुसलमानों के आंरभिक आक्रमणों को रोकने में भारत की उत्तर-पश्चिमी सीमा के हिंदू शाही राजाओं ने बहुत संघर्ष किया। उनके राज्य की सीमाएँ चिनाब नदी से हिंदूकुश पर्वत तक थीं।
शिवाजी महाराज बचपन से ही स्वाभिमानी एवं राष्ट्रभक्त थे। शिवाजी महाराज के शासन में सभी की सहभागिता रहती थी। उनके शासन में छूआछूत का कोई स्थान नही था। आज का दिन समस्त हिंदू समाज के लिए गौरव का दिन है।
छत्रपति शिवाजी महाराज (श्री शिवाजी शाहजी राजे भोंसले) (1630-1680) भारत के एक राजा एवं रणनीतिकार थे जिन्होंने 1674 में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी। उन्होंने कई वर्ष औरंगज़ेब के मुगल साम्राज्य से संघर्ष किया।
विजयनगर साम्राज्य (लगभग 1350 ई. से 1565 ई.) की स्थापना राजा हरिहर ने की थी। 'विजयनगर' का अर्थ होता है 'जीत का शहर'। मध्ययुग के इस शक्तिशाली हिन्दू साम्राज्य की स्थापना के बाद से ही इस पर लगातार आक्रमण हुए लेकिन इस साम्राज्य के राजाओं से इसका कड़ा जवाब दिया।
हिन्दू शाही वंश की स्थापना 9वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में शाही वंश के राजा लगर्तूमान को एक ब्राह्मण मंत्री कल्लर ने गद्दी से उपदस्थ करके की। इसके विषय में कल्हण की राजतरंगिणी से जानकारी मिलती है। इस वंश के शासक ने भी अपनी पुत्री की शादी लोहार वंश के शासक सिंहराज से की, जिन्हें काल
पाकिस्तान न्यूज़: पाकिस्तान में पुरातत्वविदों ने खैबर पख्तूनख्वाह के हुंद गांव में और खुदाई की मांग की है ताकि उस समय की सभ्यता को समझा जा सकें। हुंद को हिंदू शाही वंश की राजधानी कहा जाता है। हुंद समृद्ध पुरातात्विक स्थल है और कहा जाता है कि सिंकदर महान तक्षशिला को जीतने से पहले हुंद में ही रुका था।
अफगानिस्तान का भारत से प्राचीन काल से निकट संबंध रहा है। गंधार की राजकुमारी हस्तिनापुर सम्राट धृतराष्ट्र की महारानी थी। यही भारत को मध्य एशिया, चीन तथा
हिन्दू शाही (879-1026) अफगानिस्तान के अंतिम हिंदू राजवंशों में से एक था जिसने भारत में प्रारंभिक मध्यकाल के दौरान काबुल घाटी और गांधार (आधुनिक पाकिस्तान और अफगानिस्तान) पर आक्रमण किया था। वे तुर्क शाहियों के उत्तराधिकारी बने।
हिन्दू शाही वंश की स्थापना 9वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में शाही वंश के राजा लगर्तूमान को एक ब्राह्मण मंत्री कल्लर ने गद्दी से उपदस्थ करके की। इसके विषय में कल्हण की राजतरंगिणी से जानकारी मिलती है।
शाही या शाहिया राजवंशों ने भारत के मध्य राज्यों में शासन किया, जिसके अन्तर्गत काबुलिस्तान तथा गान्धार (वर्तमान समय का उत्तरी पाकिस्तान) के भाग आते थे। यह राजवंश तीसरी शताब्दी में कुषाण राजवंश के पतन के बाद शासन में आया था
महमूद गजनवी यमनी वंश का तुर्क सरदार गजनी के शासक सुबुक्तगीन का पुत्र था। महमूद ने सिंहासन पर बैठते ही हिन्दूशाहियों के विरुद्ध अभियान छेड़ दिया। महमूद ने पहला आक्रमण हिन्दू शाही राजा 'जयपाल' के विरुद्ध 29 नवंबर सन् 1001 में किया।
मुसलमानों के आंरभिक आक्रमणों को रोकने में भारत की उत्तर-पश्चिमी सीमा के हिंदू शाही राजाओं ने बहुत संघर्ष किया। उनके राज्य की सीमाएँ चिनाब नदी से हिंदूकुश पर्वत तक थीं।
शिवाजी महाराज बचपन से ही स्वाभिमानी एवं राष्ट्रभक्त थे। शिवाजी महाराज के शासन में सभी की सहभागिता रहती थी। उनके शासन में छूआछूत का कोई स्थान नही था। आज का दिन समस्त हिंदू समाज के लिए गौरव का दिन है।
छत्रपति शिवाजी महाराज (श्री शिवाजी शाहजी राजे भोंसले) (1630-1680) भारत के एक राजा एवं रणनीतिकार थे जिन्होंने 1674 में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी। उन्होंने कई वर्ष औरंगज़ेब के मुगल साम्राज्य से संघर्ष किया।
विजयनगर साम्राज्य (लगभग 1350 ई. से 1565 ई.) की स्थापना राजा हरिहर ने की थी। 'विजयनगर' का अर्थ होता है 'जीत का शहर'। मध्ययुग के इस शक्तिशाली हिन्दू साम्राज्य की स्थापना के बाद से ही इस पर लगातार आक्रमण हुए लेकिन इस साम्राज्य के राजाओं से इसका कड़ा जवाब दिया।
हिन्दू शाही वंश की स्थापना 9वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में शाही वंश के राजा लगर्तूमान को एक ब्राह्मण मंत्री कल्लर ने गद्दी से उपदस्थ करके की। इसके विषय में कल्हण की राजतरंगिणी से जानकारी मिलती है। इस वंश के शासक ने भी अपनी पुत्री की शादी लोहार वंश के शासक सिंहराज से की, जिन्हें काल
पाकिस्तान न्यूज़: पाकिस्तान में पुरातत्वविदों ने खैबर पख्तूनख्वाह के हुंद गांव में और खुदाई की मांग की है ताकि उस समय की सभ्यता को समझा जा सकें। हुंद को हिंदू शाही वंश की राजधानी कहा जाता है। हुंद समृद्ध पुरातात्विक स्थल है और कहा जाता है कि सिंकदर महान तक्षशिला को जीतने से पहले हुंद में ही रुका था।
अफगानिस्तान का भारत से प्राचीन काल से निकट संबंध रहा है। गंधार की राजकुमारी हस्तिनापुर सम्राट धृतराष्ट्र की महारानी थी। यही भारत को मध्य एशिया, चीन तथा