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भारत का इतिहास - विकिपीडिया
भारत का इतिहास कई हजार वर्ष पुराना माना जाता है। मेहरगढ़ पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है जहाँ नवपाषाण युग (७००० ईसा-पूर्व से २५०० ईसा-पूर्व) के बहुत से अवशेष मिले हैं। सिन्धु घाटी सभ्यता, जिसका आरम्भ काल लगभग ३३०० ईसापूर्व से माना जाता है
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8
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प्राचीन भारत के 11 रहस्य जानकर रह जाएंगे आप हैरान...
भारतीय इतिहास की शुरुआत को सिंधु घाटी की सभ्यता या फिर बौद्धकाल से जोड़कर नहीं देखा जा सकता। कुछ इतिहासकार इसे सिकंदर के भारत आगमन से जोड़कर देखते हैं।
https://hindi.webdunia.com/sanatan-dharma-article/mystery-of-ancient-india-115050600034_1.html
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भारत का 20 लाख साल पुराना इतिहास देखेंगे? - BBC News हिंदी
भारत और दुनिया के बीच के संबंध तलाशने के लिए मुंबई में सजी है एक ख़ास प्रदर्शनी Iअधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://www.bbc.com/hindi/india-42527770
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संस्कृति और विरासत - प्राचीन इतिहास - भारत के बारे में जानें: भारत का राष्ट्रीय पोर्टल
मुंबई में भारत के 20 लाख सालों के इतिहास से जुड़ी एक प्रदर्शनी लगी है. इस प्रदर्शनी को नाम दिया गया- इंडिया एंड वर्ल्डः ए हिस्ट्री इन नाइन स्टोरीज़.Iअधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://knowindia.gov.in/hindi/culture-and-heritage/ancient-history.php
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मध्यकालीन भारत - विकिपीडिया
मध्ययुगीन भारत, "प्राचीन भारत" और "आधुनिक भारत" के बीच भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास की लंबी अवधि को दर्शाता है। अवधि की परिभाषाओं में व्यापक रूप से भिन्नता है, और आंशिक रूप से इस कारण से, कई इतिहासकार अब इस शब्द को प्रयोग करने से बचते है।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AE%E0%A4%A7%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%80%E0%A4%A8_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4
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भारत का मध्यकालीन इतिहास
भारत पर शासन के साथ सशक्त रूप से संबंध रखता है, मध्य कालीन भारतीय इतिहास तथाकथित स्वदेशी शासकों के अधीन लगभग तीन शताब्दियों तक चलता रहा, जिसमें चालुक्य, पल्व, पाण्डया, राष्ट्रकूट शामिल हैं, मुस्लिम शासक और अंतत: मुगल साम्राज्य।
https://knowindia.gov.in/hindi/culture-and-heritage/medieval-history.php
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मध्यकालीन भारत का इतिहास: एक समग्र अध्ययन सामग्री
भारत के मध्यकालीन इतिहास का दौर 8 वीं सदी से लेकर 12 वीं सदी तक माना जाता है | इस काल में हम पाल, प्रतिहार और राष्ट्रकूट से लेकर शक्तिशाली दिल्ली सल्तनत और मुग़ल साम्राज्य के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे |
https://www.jagranjosh.com/general-knowledge/%E0%A4%AE%E0%A4%A7%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%80%E0%A4%A8-%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8-%E0%A4%8F%E0%A4%9
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मध्यकालीन भारत के महत्वपूर्ण प्रश्न उतर
मध्यकालीन भारत के महत्वपूर्ण प्रश्न उतर मध्यकालीन युग मध्यकालीन भारत का इतिहास इन हिंदी पीडीएफ मध्यकालीन भारत का इतिहास प्रश्नोत्तरी मध्यकाल का इतिहास
http://www.prashnpatr.com/%E0%A4%AE%E0%A4%A7%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%80%E0%A4%A8-%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%AA/
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भारतीय इतिहास का विकृतीकरण - Wikibooks
भारतीय इतिहास का विकृतीकरण I
https://hi.wikibooks.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%AF_%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A5%83%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A4%A3
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शास्त्रीय संगीत - विकिपीडिया
भारतीय शास्त्रीय संगीत या मार्ग, भारतीय संगीत का अभिन्न अंग है। शास्त्रीय संगीत को ही ‘क्लासिकल म्यूजिक भी कहते हैं। शास्त्रीय गायन ध्वनि-प्रधान होता है, शब्द-प्रधान नहीं। इसमें महत्व ध्वनि का होता है I
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%AF_%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%80%E0%A4%A4
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वैदिक काल का संगीत भारतीय संगीत का आदि...
वैदिक काल का संगीत भारतीय संगीत का आदि रूप वेदों में मिलता है। वेद के काल के विषय में विद्वानों में बहुत मतभेद है, किंतु उसका काल ईसा से लगभग 2000
वर्ष...
https://www.facebook.com/1691512414397384/posts/1919936928221597/
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भारतीय शास्त्रीय संगीत- GK in Hindi - सामान्य ज्ञान एवं करेंट अफेयर्स
भारत में शास्त्रीय संगीत, संगीत का एक रूप या अंग है। शास्त्रीय संगीत की विशेषता यह है कि यह ध्वनि प्रधान होता है, शब्द प्रधान नहीं। इसमें ध्वनि या संगीत को शब्द या गीत के भावार्थ कि अपेक्षा अधिक महत्व दिया जाता है।
https://hindi.gktoday.in/gyankosh/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%AF-%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%AF-%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%80%E0%A4%A4/
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शास्त्रीय स्कूल (अर्थशास्त्र) - Mimir विश्वकोश
शास्त्रीय स्कूल और रूढ़िवादी दोनों स्कूल। अर्थशास्त्री की एक सामूहिक अवधि जो ए स्मिथ , माल्थस , रिकार्डो , मिल सोन और अन्य जैसे अर्थशास्त्र के संस्थापक का प्रतिनिधित्व करती है।
https://mimirbook.com/hi/129bb324e13
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डच ईस्ट इंडिया कंपनी
डच ईस्ट इंडिया कंपनी, जिसे बुलाया जाता है या डच में वीओसी, एक कंपनी थी जिसका मुख्य उद्देश्य 17 वीं और 18 वीं सदी में व्यापार, अन्वेषण और उपनिवेशीकरण था। यह 1602 में बनाया गया था और 1800 तक चलता रहा। अधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://hi.lifehackk.com/35-the-dutch-east-india-company-1434566-8559
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यूरोपीय ज्ञानोदय - विकिपीडिया
यूरोप में 1650 के दशक से लेकर 1780 के दशक तक की अवधि को प्रबोधन युग या ज्ञानोदय युग कहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AF%E0%A5%82%E0%A4%B0%E0%A5%8B%E0%A4%AA%E0%A5%80%E0%A4%AF_%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9E%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%A6%E0%A4%AF
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ईस्ट इंडिया कंपनी, उसका इतिहास और परिणाम
ईस्ट इंडिया कंपनी की वास्तविक शुरुआत को 1702 के उस वर्ष से पीछे के किसी और युग में नहीं माना जा सकता जिसमें पूर्वी भारत के व्यापार के इजारे का दावा करने वाले विभिन्न संघों ने मिलकर अपनी एक कंपनी बना ली थी।
https://www.marxists.org/hindi/marx-engels/1853/east-india-company-history-results.htm
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ईस्ट इंडिया कंपनी
ईस्ट इंडिया कंपनी को कौन नहीं जानता! यह कंपनी अपने व्यापार करने के तरीके के लिए विख्यात रही, किन्तु इससे भी ज्यादा इसको तब जाना जाने लगा, जब इसने भारत पर अपना कदम रखा और एक लंबे समय तक यहां व्यापार किया. I
https://roar.media/hindi/main/history/how-east-india-company-arrived-in-india/
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ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के नवाब
16वीं – 17 वीँ शताब्दी मेँ पुर्तगाल, हालैंड, फ्रांस, डेनमार्क और इंग्लैण्ड आदि यूरोपीय देशो के लोग व्यापारी बन कर भारत आये। लेकिन इनमेँ अंग्रेज सर्वाधिक सफल रहे।
http://www.vivacepanorama.com/the-british-east-india-company-and-the-nawab-of-bengal/
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भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन - विकिपीडिया
भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय आह्वानों, उत्तेजनाओं एवं प्रयत्नों से प्रेरित, भारतीय राजनैतिक संगठनों द्वारा संचालित अहिंसावादी और सैन्यवादी आन्दोलन था, जिनका एक समान उद्देश्य, अंग्रेजी शासन को भारतीय उपमहाद्वीप से जड़ से उखाड़ फेंकना था।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%AF_%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%A4%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A4%BE_%E0%A4%86%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%8B%E0%A4%B2%E0%A4%A8
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भारत का विभाजन - विकिपीडिया
भारत का विभाजन माउंटबेटन योजना के आधार पर निर्मित भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम १९४७ के आधार पर किया गया। इस अधिनियम में काहा गया कि 15 अगस्त 1947 को भारत व पाकिस्तान अधिराज्य नामक दो स्वायत्त्योपनिवेश बना दिए जाएंगें और उनको ब्रिटिश सरकार सत्ता सौंप देगी।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%A8
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जानिए, भारत विभाजन के 10 बड़े कारण
आजादी के सुनहरे भविष्य के लालच में देश की जनता ने विभाजन का जहरीला घूंट पी लिया, लेकिन इस प्रश्न का जवाब आज तक नहीं मिल पाया कि क्या भारत का बंटवारा इतना ही जरूरी था?अधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://hindi.webdunia.com/independence-day-special/independence-and-partition-of-india-113081300082_1.html
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भारत विभाजन के लिए मुसलमान दोषी नहीं, तो फिर कौन? - BBC News हिंदी
भारत में जिन्ना को अकेला दोषी बताया जाता है लेकिन हिंदू महासभा और कांग्रेस की भूमिका कम नहीं थी Iअधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://www.bbc.com/hindi/india-44053138
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भारत विभाजन के 5 गुनहगार I
15 अगस्त 1947 को देश ने आज़ादी हासिल की. इस साल 70वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है. हम आपको सुना रहे हैं, आजादी के सात पड़ावों के बारे में. 9 अगस्त से 15 अगस्त तक. रोज एक किस्सा. आज जानिए विभाजन के गुनहगारों के बारे में.
https://www.thelallantop.com/tehkhana/the-people-responsible-for-the-division-of-india-in-1947/
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भारत विभाजन के पहले भी ऐसी ही भीड़-मानसिकता पैदा की गई थी
भीड़-मानसिकता को जब कोई सांप्रदायिक विचारधारा नियंत्रित करती है तो नारे भले ही अखंड भारत के लगें, भीतर ही भीतर विभाजन की पूर्वपीठिका तैयार होती जाती है.Iअधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
http://thewirehindi.com/13326/mob-mentality-communalism-and-politics/
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भारतीय स्वतंत्रता संग्राम | 1857 से 1947 तक भारत की आजादी का इतिहास
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बारे में विस्तृत जानकारी ले, 1857 के बड़े विद्रोह से लेकर 1947 में आजादी पाने तक भारत की आजादी का इतिहास ।
https://hindi.mapsofindia.com/history/indian-freedom-struggle.html
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भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की 11 सबसे महत्वपूर्ण घटनाएं
भारत को आजाद कराने में कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं ने भूमिका निभाई थी. आइये इस लेख के माध्यम से उन घटनाओं के बारे में अध्ययन करते हैं कि कब ये घटनाएं कब और कैसे हुई थी, इसमें किसने मुख्य भूमिका निभाई थी इत्यादि. I
https://www.jagranjosh.com/general-knowledge/important-events-of-indian-freedom-struggle-in-hindi-1534914568-2
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भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास (भाग -१) - KSG India
भारत को आजाद हुए 69 साल हो चुके हैं। इस आजादी को पाने के लिए हमारे देश को एक लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी। इस लड़ाई में कई आंदोलन हुए जिसके बाद 15 अगस्त 1947 का दिन एक नया सवेरा लेकर आया,भारत को ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता प्राप्त हुईं।
https://www.ksgindia.com/index.php/study-material/snapticle/9295-2017-07--09-13-15
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स्वतंत्रता संग्राम के 10 महानायक, जिनकी वजह से मिली आजादी...
भारत की आजादी की लड़ाई में यूं तो लाखों-करोड़ों हिंदुस्तानियों ने भाग लिया लेकिन कुछ ऐसे सपूत भी थे जो इस आजादी की लड़ाई के प्रतीक बनकर उभरे।अधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://hindi.webdunia.com/independence-day-special/10-heros-of-indian-independence-struggle-116081000066_1.html
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1857 का संग्राम: जानें आजादी की पहली लड़ाई के बारे में ये खास बातें I
1857 का संग्राम ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक बड़ी और अहम घटना थी। 1857 का संग्राम ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक बड़ी और अहम घटना थी। इस क्रांति की शुरुआत 10 मई, 1857 ई. को मेरठ से हुई, जो धीरे-धीरे कानपुर, बरेली, झांसी, दिल्ली, अवध आदि स्थानों पर फैल गई।
https://navbharattimes.indiatimes.com/education/gk-update/know-the-important-facts-about-revolt-of-1857-the-first-war-of-indian-independence/articleshow/64092937.cms
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भारतीय उपमहाद्वीप का इस्लामी इतिहास
इस्लाम भारतीय उपमहाद्वीप का एक प्रमुख धर्म हैं। भारत की कुल जनसंख्या के 14.5%, पाकिस्तान के 97 %, बांग्लादेश के 89%, नेपाल के 6%,भूटान के 1.1% लोग इस्लाम धर्म के अनुयायी हैं।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%AF_%E0%A4%89%E0%A4%AA%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80%E0%A4%AA_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%87%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5
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तुगलक वंश की स्थापना के समय दिल्ली
दिल्ली सल्तनत की स्थापना भारत के राजनीतिक इतिहास की. निःसंदेह एक ... मानना है कि 'इस्लामी हमलावरों के आगमन के साथ परिवर्तन अवश्य हुए,.अधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://shodhganga.inflibnet.ac.in/bitstream/10603/182268/2/chapter%201.pdf
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१८५७ का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम
१८५७ का भारतीय विद्रोह, जिसे प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, सिपाही विद्रोह और भारतीय विद्रोह के नाम से भी जाना जाता है ब्रिटिश शासन के विरुद्ध एक सशस्त्र विद्रोह था।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A5%A7%E0%A5%AE%E0%A5%AB%E0%A5%AD_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A5%E0%A4%AE_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%AF_%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%A4%E0%A4%82%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A
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1857 का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम I
1857 का भारतीय विद्रोह, जिसे प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, सिपाही विद्रोह और भारतीय विद्रोह के नाम से भी जाना जाता है इतिहास की पुस्तकें कहती हैं कि 1857 की क्रान्ति की शुरूआत '10 मई 1857' की संध्या को मेरठ मे हुई थी और इसको समस्त भारतवासी 10 मई को प्रत्येक वर्ष "क्रान्ति दिवस" के रूप में मनाते हैं, क्रान्ति की शुरूआत करने का श्रेय अमर शहीद कोतवाल धनसिंह गुर्जर को जाता है 10 मई 1857 को मेरठ में विद्रोही सैनिकों और पुलिस फोर्स ने अंग्रेजों के विरूद्ध साझा मोर्चा गठित कर क्रान्तिकारी घटनाओं को अंजाम दिया.1 सैनिकों के विद्रोह की खबर फैलते ही मेरठ की शहरी जनता और आस-पास के गांव विशेषकर पांचली, घाट, नंगला, गगोल इत्यादि के हजारों ग्रामीण मेरठ की सदर कोतवाली क्षेत्र में जमा हो गए.
https://m.dailyhunt.in/news/nepal/hindi/udaipur+kiran+hindi-epaper-udaihin/1857+ka+pratham+bharatiy+svatantrata+sangram-newsid-94158343
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द्वितीय विश्वयुद्ध से जुड़े तथ्य और जानकारियां I
द्वितीय विश्व युद्ध 1939 से 1945 तक चलने वाला विश्व-स्तरीय युद्ध था. लगभग 70 देशों की थल-जल-वायु सेनाएं इस युद्ध में सम्मलित थीं. इस युद्ध में विश्व दो भागों मे बंटा हुआ था- मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र. इस युद्ध में विभिन्न राष्ट्रों के लगभग 10 करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया. I
https://aajtak.intoday.in/education/story/world-history-general-knowledge-facts-about-second-world-war-in-hindi-1-775283.html
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मराठा साम्राज्य - विकिपीडिया
मराठा साम्राज्य या मराठा महासंघ एक भारतीय साम्राज्यवादी शक्ति थी जो 1674 से 1818 तक अस्तित्व में रही। मराठा साम्राज्य की नींव शिवाजी ने १६७४ में डाली।अधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A0%E0%A4%BE_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%AF
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मराठा साम्राज्य - भारतकोश, ज्ञान का हिन्दी महासागर
मराठा लोगों को 'महरट्टा' या 'महरट्टी' भी कहा जाता है, भारत के वे प्रमुख लोग, जो इतिहास में क्षेत्र रक्षक योद्धा और हिन्दू धर्म के समर्थक के रूप में विख्यात हैं, Iअधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://bharatdiscovery.org/india/%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A0%E0%A4%BE_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%AF
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मराठा साम्राज्य का इतिहास
मराठा संघ एवं मराठा साम्राज्य एक भारतीय शक्ति थी जिन्होंने 18 वी शताब्दी में भारतीय उपमहाद्वीप पर अपना प्रभुत्व जमाया हुआ था। इस साम्राज्य की शुरुवात सामान्यतः 1674 में छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के साथ हुई और इसका अंत 1818 में पेशवा बाजीराव द्वितीय की हार के साथ हुआ।
https://www.gyanipandit.com/maratha-empire/
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विजयनगर साम्राज्य - विकिपीडिया
विजयनगर साम्राज्य (1336-1646) मध्यकालीन दक्षिण भारत का एक साम्राज्य था। इसके राजाओं ने 310 वर्ष राज किया। इसका वास्तविक नाम कर्नाटक साम्राज्य था। इसकी स्थापना हरिहर और बुक्का राय नामक दो भाइयों ने की थी। पुर्तगाली इसे बिसनागा राज्य के नाम से जानते थे।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A4%AF%E0%A4%A8%E0%A4%97%E0%A4%B0_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%AF
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विजयनगर साम्राज्य : संगम, सालुव, तुलुव और अरावीडु वंश का इतिहास
मध्यकालीन भारत में दक्षिण भारत का एक साम्राज्य जिसे उस समय के लोग 'कर्नाटक साम्राज्यम' के नाम से और आधुनिक भारत के लोग 'विजयनगर' के नाम से जानते हैं। इस साम्राज्य की स्थापना दो भाइयों, हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम ने 1336 में की.....
https://gkhindi.net/%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A4%AF%E0%A4%A8%E0%A4%97%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%AF/
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सिख साम्राज्य - विकिपीडिया
सिख साम्राज्य(पंजाबी: साधारण नाम खाल्सा राज) का उदय, उन्नीसवीं सदी की पहली अर्धशताब्दी में भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तर में एक ताकतवर महाशक्ती के रूप में हुआ था।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%96_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%AF
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महाराजा रणजीत सिंह - विकिपीडिया
महाराजा रणजीत सिंह (१७८०-१८३९) सिख साम्राज्य के राजा थे। वे शेर-ए पंजाब के नाम से प्रसिद्ध हैं। महाराजा रणजीत एक ऐसी व्यक्ति थे, जिन्होंने न केवल पंजाब को एक सशक्त सूबे के रूप में एकजुट रखा, बल्कि अपने जीते-जी अंग्रेजों को अपने साम्राज्य के पास भी नहीनहीं भटकने दिया।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%BE_%E0%A4%B0%E0%A4%A3%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%B9
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सिख धर्म का इतिहास - विकिपीडिया
सिख धर्म का इतिहास प्रथम सिख गुरु, गुरु नानक के द्वारा पन्द्रहवीं सदी में दक्षिण एशिया के पंजाब क्षेत्र में आग़ाज़ हुआ। इसकी धार्मिक परम्पराओं को गुरु गोबिन्द सिंह ने 30 मार्च 1699 के दिन अंतिम रूप दिया।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%96_%E0%A4%A7%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8
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21 लाख रूपए में बिका सिख साम्राज्य के अंतिम शासक का फोटो एलबम I
21 लाख रूपए में बिका सिख साम्राज्य के अंतिम शासक का फोटो एलबम I
https://www.patrika.com/miscellenous-india/the-last-ruler-of-the-sikh-empire-s-photo-album-was-sold-on-rs-21-lakhs-1111719/
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हिन्दू काल गणना - विकिपीडिया
प्राचीन हिन्दू खगोलीय और पौराणिक पाठ्यों में वर्णित समय चक्र आश्चर्यजनक रूप से एक समान हैं। प्राचीन भारतीय भार और मापन पद्धतियां, अभी भी प्रयोग में हैं (मुख्यतः हिन्दू और जैन धर्म के धार्मिक उद्देश्यों में)। यह सभी सुरत शब्द योग में भी पढ़ाई जातीं हैं।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%82_%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B2_%E0%A4%97%E0%A4%A3%E0%A4%A8%E0%A4%BE
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वेद - विकिपीडिया
सृष्टी के आदिकाल से ही हैं। इन्हे किसी ने लिखा नही है। यह स्वम भगवान ब्रह्मा के मुख से प्रगट हुये थे। आज जितना विज्ञान है। वह सब हमरे वेदो मे पहले से ही निहित है। जेसे नवग्रह बिज्ञान ने अब जाकर खोजे लेकिन वह तो वेदो ने हजारो सालो पहले ही बता दिया रामायण मे भी प्रमाण मिलता है।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B5%E0%A5%87%E0%A4%A6
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वैदिक काल या वैदिक सभ्यता - AajTak
वैदिक काल प्राचीन भारतीय संस्कृति का एक काल खंड है. उस दौरान वेदों की रचना हुई थी. हड़प्पा संस्कृति के पतन के बाद भारत में एक नई सभ्यता का आविर्भाव हुआ. इस सभ्यता की जानकारी के स्रोत वेदों के आधार पर इसे वैदिक सभ्यता का नाम दिया गया. I
https://aajtak.intoday.in/education/story/vedic-age-facts-sbout-indian-vedic-period-1-769603.html
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बाबर से गांधी तक भारत का तुर्की कनेक्शन - BBC News हिंदी
भारत पर तुर्की का असर बाबर के ज़माने से लेकर ख़िलाफ़त आंदोलन के वक्त तक रहा है. Iअधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://www.bbc.com/hindi/magazine-42051896
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ओटोमन साम्राज्य का उदय और पतन कैसे हुआ? - Quora
यहाँ मे थोडे शब्दो मे देना चाहूँगा, तुर्की का इतिहास देखेंगे तो कई चीज़ें नजर आ जाएँगी। किसी जमाने में यहाँ ओटोमन साम्राज्य हुआ करता था। इस साम्राज्य ने करीब सात सौ साल राज किया।
https://hi.quora.com/%E0%A4%93%E0%A4%9F%E0%A5%8B%E0%A4%AE%E0%A4%A8-%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%AF-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%89%E0%A4%A6%E0%A4%AF-%E0%A4%94%E0%A4%B0
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वैदिक काल के 4 आश्रम- GK in Hindi - सामान्य ज्ञान एवं करेंट अफेयर्स
वैदिक जीवन के चार आश्रम एक व्यक्ति के कर्म और धर्म पर आधारित थे। प्राचीन भारत के हर सिद्धांत, प्राचीन संतों द्वारा नक्काशीदार, वैज्ञानिक और तर्कसंगत तर्क पर आधारित है। इसके आधार पर वैदिक जीवन के चार आश्रम थे- ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास।
https://hindi.gktoday.in/gyankosh/%E0%A4%B5%E0%A5%88%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%95-%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B2-%E0%A4%95%E0%A5%87-4-%E0%A4%86%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AE/
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हिन्दुस्तान - विकिपीडिया
हिंदुस्तान शब्द का इतिहास हिन्दुकुश पहाड़ियों से भी जुड़ा हुआ है। हिन्दू कुश की पहाड़ियों के पीछे की जगह को ही हिंदुस्तान कहा जाता था। जब मुगल हिंदुस्तान में आए तो उससे पहले उन्हें इन पहाड़ियों का सामना करना पड़ा था।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%A8
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भारत से टूटकर बनें 15 अलग देश, जानिए क्या है इतिहास !
हिंदुस्तान का इतिहास – हमारा भारत कितना बड़ा था? कौन-कौन से राज्य इससे अलग हुए? सवाल तो कई है और जवाब भी बहुत कम लोग जानते है।जी हां भारत से टूटकर बनें है कुल 15 देश
https://www.youngisthan.in/hindi/history-of-india-73969/
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हिन्दुस्तान के इतिहास में ऐसा क्या था कि हिंदुस्तान को सोने की चिड़िया कहते थे? - Quora
नमस्कार जी सभी को। अपने महान देश के लिए या उन की गौरवपूर्ण गाथा का कुछ हिस्सा लिखने का सौभाग्य मिला है। भारत देश को अब से लगभग दो सौ साल पहले तक सारी दुनिया वाले सोने की चिड़िया ही कहा करते थे। धन का अम्बार था ।
https://hi.quora.com/%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82
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इतिहास में खो गया बाबर का खूबसूरत अफगान - इतिहास में खो गया बाबर का खूबसूरत अफगानिस्तान
अमेरिकी बमबारी और दो दशकों से निरंतर हो रहे हमलों से आज जर्जर हो चुके अफगानिस्तान के कंधार, काबुल, इतिहास में खो गया बाबर का खूबसूरत I
https://www.livehindustan.com/news//article1-story-721.html
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Hindi Bal Sahitya Ka Itihas - Prakash Manu - Google Books
हिंदी बाल साहित्य के इस नवोन्मेष और उन्नयन-काल में उसके इतिहास लेखन की जरूरत भी बड़ी शिद्दत से महसूस की जा रही थी। बाल साहित्य की अलग-अलग विधाओं के इतिहासपरक अध्ययन की किंचित् कोशिशें भी हुईं, पर समूचे हिंदी बाल साहित्य के इतिहास लेखन की दिशा में कोई गंभीर पहल अब तक नहीं हुई थी। पिछले कोई सवा सौ वर्षों में लिखे गए बाल साहित्य की अलग-अलग विधाओं की हजारों दुष्प्राप्य पुस्तकों को इकट्ठा करके, उनका काल-क्रमानुसार अध्ययन, यह काम किसी दुर्गम पहाड़ की चढ़ाई से कम न था। पर बरसों तक ‘नंदन’ पत्रिका के संपादन से जुड़े रहे, बच्चों के प्रिय लेखक और सुप्रसिद्ध साहित्यकार प्रकाश मनु ने इस गुरुतर कार्य का जिम्मा उठाया। कोई दो-ढाई दशकों से वे इस काम में जुटे थे और उनके निरंतर अध्यवसाय और निराली धुन का ही नतीजा है कि हिंदी बाल साहित्य का पहला इतिहास अब सुधी पाठकों और आलोचकों के सामने है।यह बहुत प्रसन्नता और संतोष की बात है कि जिस हिंदी बाल साहित्य के इतिहास-लेखन के लिए वे इतने लंबे समय से निरंतर खट रहे थे, उसकी पूर्णाहुति ऐसे सुखद काल में हुई, जब उसकी दमदार उपस्थिति पर कोई सवाल नहीं उठाता। बाल साहित्य की यह विकास-यात्रा बड़े-बड़े बीहड़ों से निकलकर आई और अब एक प्रसन्न उजास हमें चारों ओर दिखाई देता है। कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक समेत अनेक विधाओं में निरंतर लिखे जा रहे बाल साहित्य की एक विकासकामी, सुदीर्घ और गरिमामयी परंपरा रही है, जिसकी हिंदी साहित्य की महाधारा में एक अलग पहचान रेखांकित की जा सकती है, यह प्रकाश मनु के इस बृहत् इतिहास-ग्रंथ को पढ़कर बहुत स्पष्टता से सामने आता है। फिर इस इतिहास की शैली भी बहुत सर्जनात्मक और रसपूर्ण है, जो पाठकों से निरंतर एक सार्थक संवाद करती चलती है।साहित्य अकादेमी के पहले बाल साहित्य पुरस्कार से सम्मानित प्रकाश मनु ने हिंदी बाल साहित्य की अलग-अलग विधाओं की उपलधियों को सहेजते हुए बाल साहित्य का यह पहला इतिहास लिखकर खुद में एक बड़ा और ऐतिहासिक महव का काम किया है। आशा है, हिंदी के साहित्यिक और प्रबुद्ध समालोचक ही नहीं, आम पाठक भी इसका उत्साह के साथ स्वागत करेंगे।
https://books.google.co.in/books?id=-YuODwAAQBAJ&pg=PT678&lpg=PT678&dq=%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE+%E0%A4%95%E0%A5%80+%E0%A4%AA%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%8F%E0%A4%81&source=bl&ots=hhGl07IQcb&sig
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प्राचीन भारतीय इतिहास की जानकारी के साधन
यूँ तो भारत के प्राचीन साहित्य तथा दर्शन के संबंध में जानकारी के अनेक साधन उपलब्ध हैं, परन्तु भारत के प्राचीन इतिहास की जानकारी के स्रोत संतोषप्रद नहीं है। उनकी न्यूनता के कारण अति प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं शासन का क्रमवद्ध इतिहास नहीं मिलता है।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9A%E0%A5%80%E0%A4%A8_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%AF_%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8_%E0%A4%95%E0%A5%80_%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A
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भारत का मूल निवासी कौन, जानिए इस सत्य को...
विज्ञान कहता है कि धरती पर जीवन की उत्पत्ति 60 करोड़ वर्ष पूर्व हुई एवं महाद्वीपों का सरकना 20 करोड़ वर्ष पूर्व प्रारंभ हुआ, जिससे पांच महाद्वीपों की उत्पत्ति हुई। अधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://hindi.webdunia.com/sanatan-dharma-history/native-in-india-117012100057_1.html
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समकालीन भारतीय साहित्य - भारतकोश, ज्ञान का हिन्दी महासागर
समकालीन भारतीय साहित्य एक हिंदी द्विमासिक पत्रिका है जिसका प्रकाशन साहित्य अकादमी द्वारा किया जाता है। यह हिन्दी पत्रिका सन् 1980 से प्रकाशित हो रही है।अधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://bharatdiscovery.org/india/%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%80%E0%A4%A8_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%AF_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF