आत्मसुधार एवं मनुष्यों की सफलता के आंकड़ों की परीक्षा के पश्चात् पाश्चात्य विचारकों ने यह निर्देश किया है कि सौ में से केवल तीन ही व्यक्ति ऐसे होते हैं, जो व्यापार में सफलता प्राप्त करते हैं। तैंतीस में से एक व्यक्ति सबसे ऊँचा उठ पाता है।
आत्मसुधार एवं मनुष्यों की सफलता के आंकड़ों की परीक्षा के पश्चात् पाश्चात्य विचारकों ने यह निर्देश किया है कि सौ में से केवल तीन ही व्यक्ति ऐसे होते हैं, जो व्यापार में सफलता प्राप्त करते हैं। तैंतीस में से एक व्यक्ति सबसे ऊँचा उठ पाता है।