आज के वर्तमान समय में कोई भी इन्सान ऐसा नहीं जिसका ' इससे ' सामना न हुआ हो | सभी अलग अलग तरह से इसके घेरे में आकर फंस जाते हैं किसी का ये घेरा छोटा होता है तो किसी का बड़ा या फिर किसी का इतना अधिक बड़ा कि उस घेरे से निकलना संभव ही न हो !
आज के वर्तमान समय में कोई भी इन्सान ऐसा नहीं जिसका ' इससे ' सामना न हुआ हो | सभी अलग अलग तरह से इसके घेरे में आकर फंस जाते हैं किसी का ये घेरा छोटा होता है तो किसी का बड़ा या फिर किसी का इतना अधिक बड़ा कि उस घेरे से निकलना संभव ही न हो !