हिंदू धर्म में विवाह को सोलह संस्कारों में से एक संस्कार माना गया है। विवाह = वि + वाह, अत: इसका शाब्दिक अर्थ है - विशेष रूप से (उत्तरदायित्व का) वहन करना। पाणिग्रहण संस्कार को सामान्य रूप से हिंदू विवाह के नाम से जाना जाता है।
शादी के रिश्ते की डोर बहुत नाजुक होती है. इसे संभालने के लिए बड़े जतन करने पड़ते हैं. इसके बावजूद कुछ लोगों की शादीशुदा जिंदगी में परेशानियां आ ही जाती है इसलिए आज हम उन तमाम समस्याओं के समाधान के लिए सबसे सरल और अचूक उपाय बताने वाले हैं.
ज्योतिष की मानें तो वैवाहिक जीवन में समस्याएं उत्पन्न होने के कई कारण माने जाते हैं, कभी यह ग्रहों की चाल के कारण भी होता है तो कभी कुंडली में दोष उत्पन्न
सामूहिक विवाह के आयोजन से केवल स्वयं का धन ही नहीं बचता, देश की संपदा, के साथ व्यर्थ श्रम ओर बहुत सारी परेशानियों से भी छुटकारा मिल जाता हे। यह सब श्रम पूर…
हिंदू धर्म में विवाह को सोलह संस्कारों में से एक संस्कार माना गया है। विवाह = वि + वाह, अत: इसका शाब्दिक अर्थ है - विशेष रूप से (उत्तरदायित्व का) वहन करना। पाणिग्रहण संस्कार को सामान्य रूप से हिंदू विवाह के नाम से जाना जाता है।
शादी के रिश्ते की डोर बहुत नाजुक होती है. इसे संभालने के लिए बड़े जतन करने पड़ते हैं. इसके बावजूद कुछ लोगों की शादीशुदा जिंदगी में परेशानियां आ ही जाती है इसलिए आज हम उन तमाम समस्याओं के समाधान के लिए सबसे सरल और अचूक उपाय बताने वाले हैं.
ज्योतिष की मानें तो वैवाहिक जीवन में समस्याएं उत्पन्न होने के कई कारण माने जाते हैं, कभी यह ग्रहों की चाल के कारण भी होता है तो कभी कुंडली में दोष उत्पन्न
सामूहिक विवाह के आयोजन से केवल स्वयं का धन ही नहीं बचता, देश की संपदा, के साथ व्यर्थ श्रम ओर बहुत सारी परेशानियों से भी छुटकारा मिल जाता हे। यह सब श्रम पूर…