मुंबई, 20 अगस्त (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्तीय शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बृहस्पतिवार को पांच सूत्री कार्ययोजना पेश की, जिसमें स्कूली छात्रों, व्यस्कों के लिए प्रासंगिक सामग्री का विकास, सामुदायिक भागीदारी और विभिन्न हितधारकों के बीच सहयोग की बात शामिल है।
वित्तीय नारीवाद, समान मौद्रिक अधिकार और महिलाओं के लिए वित्तीय स्वतंत्रता, महिलाओं के लिए समानता, ब्रिजिंग ऋण भुगतान, निवेश और लिंग पर आधारित आत्मविश्वास में कमी।
मुंबई, 20 अगस्त (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्तीय शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बृहस्पतिवार को पांच सूत्री कार्ययोजना पेश की, जिसमें स्कूली छात्रों, व्यस्कों के लिए प्रासंगिक सामग्री का विकास, सामुदायिक भागीदारी और विभिन्न हितधारकों के बीच सहयोग की बात शामिल है।
वित्तीय नारीवाद, समान मौद्रिक अधिकार और महिलाओं के लिए वित्तीय स्वतंत्रता, महिलाओं के लिए समानता, ब्रिजिंग ऋण भुगतान, निवेश और लिंग पर आधारित आत्मविश्वास में कमी।