कृषि में हरी खाद (green manure) उस सहायक फसल को कहते हैं जिसकी खेती मुख्यत: भूमि में पोषक तत्त्वों को बढ़ाने तथा उसमें जैविक पदाथों की पूर्ति करने के उद्देश्य से की जाती है। प्राय: इस तरह की फसल को इसके हरी स्थिति में ही हल चलाकर मिट्टी में मिला दिया जाता है।
उर्वरक (Fertilizers) कृषि में उपज बढ़ाने के लिए प्रयुक्त रसायन हैं जो पेड-पौधों की वृद्धि में सहायता के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। पानी में शीघ्र घुलने वाले ये रसायन मिट्टी में या पत्तियों पर छिड़काव करके प्रयुक्त किये जाते हैं।
कृषि विभाग का मूल उद्देश्य कृषि विकास की दर को गति प्रदान करने के साथ-साथ फसलोत्पादन तथा उत्पादकता में वृद्धि करना है, जिससे प्रदेश के कृषकों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर उनके जीवन-स्तर को ऊपर उठाया जा सके। इसके अतिरिक्त प्रदेश के क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करने के लिए क्षेत्र विशेष हेतु उपयुक्त योजनाओं का क्रियान्वयन एवं कृषकों को रोजगार के नये अवसर प्रदान करना है।
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र विकासखण्ड जनपद पंचायत डौण्डी क्षेत्र के ग्राम पंचायत धोबनी ब में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत वर्मी कंपोस्ट खाद निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीण पंचायत प्रतिनिधि सहित जनपद पंचायत के एसबीएम समन्वयक देवशरण यादव सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी शामिल थे
वर्तमान में रासायनिक खाद का प्रयोग हमारी खेती में अधिक हो रहा है। इसके प्रयोग से दूरगामी परिणाम अच्छे नहीं है।ं रासायनिक खाद और कीटनाशक के प्रयोग से खेत की भूमि में अधिक पानी की जरूरत होती है। दूसरी...
खेती में लगातार हो रही रासायनिक खाद के इस्तेमाल ने धरती से ऐसे पोषक तत्व को खत्म कर दिया है जो जमीन Green fertilizer proves to be a boon for all types of soil Dr Abhishek, Purnia Hindi News - Hindustan
कृषि में हरी खाद (green manure) उस सहायक फसल को कहते हैं जिसकी खेती मुख्यत: भूमि में पोषक तत्त्वों को बढ़ाने तथा उसमें जैविक पदाथों की पूर्ति करने के उद्देश्य से की जाती है। प्राय: इस तरह की फसल को इसके हरी स्थिति में ही हल चलाकर मिट्टी में मिला दिया जाता है।
उर्वरक (Fertilizers) कृषि में उपज बढ़ाने के लिए प्रयुक्त रसायन हैं जो पेड-पौधों की वृद्धि में सहायता के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। पानी में शीघ्र घुलने वाले ये रसायन मिट्टी में या पत्तियों पर छिड़काव करके प्रयुक्त किये जाते हैं।
कृषि विभाग का मूल उद्देश्य कृषि विकास की दर को गति प्रदान करने के साथ-साथ फसलोत्पादन तथा उत्पादकता में वृद्धि करना है, जिससे प्रदेश के कृषकों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर उनके जीवन-स्तर को ऊपर उठाया जा सके। इसके अतिरिक्त प्रदेश के क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करने के लिए क्षेत्र विशेष हेतु उपयुक्त योजनाओं का क्रियान्वयन एवं कृषकों को रोजगार के नये अवसर प्रदान करना है।
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र विकासखण्ड जनपद पंचायत डौण्डी क्षेत्र के ग्राम पंचायत धोबनी ब में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत वर्मी कंपोस्ट खाद निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीण पंचायत प्रतिनिधि सहित जनपद पंचायत के एसबीएम समन्वयक देवशरण यादव सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी शामिल थे
वर्तमान में रासायनिक खाद का प्रयोग हमारी खेती में अधिक हो रहा है। इसके प्रयोग से दूरगामी परिणाम अच्छे नहीं है।ं रासायनिक खाद और कीटनाशक के प्रयोग से खेत की भूमि में अधिक पानी की जरूरत होती है। दूसरी...
खेती में लगातार हो रही रासायनिक खाद के इस्तेमाल ने धरती से ऐसे पोषक तत्व को खत्म कर दिया है जो जमीन Green fertilizer proves to be a boon for all types of soil Dr Abhishek, Purnia Hindi News - Hindustan