नयी दिल्ली, 22 जनवरी (भाषा) दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु और पुणे छात्रों की आवास जरुरतों के लिए तीन बड़े बाजार हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के इन शहरों में आवास की मौजूदा मांग को पूरा करने के लिए संगठित क्षेत्र के परिचालकों से अतिरिक्त 4.75 लाख बिस्तरों की आवश्यकता होगी। कुशमन एंड वेकफील्ड (सी एंड डब्ल्यू), ने स्टूडेंट हाउसिंग प्रोवाइडर्स फोरम ऑफ इंडिया (एसएपीएफआई) के साथ मिलकर बुधवार को ‘स्टूडेंट हाउसिंग यूनिवर्स इन इंडिया सिटी इनसाइट्स’ नामक एक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट ने बेंगलुरु, दिल्ली-एनसीआर और पुणे शहरों में शिक्षा समूहों की पहचान की
कुल 25 छात्र शयनशालाएं हैं जिनमें करीब 740 छात्रों के रहने की क्षमता है। शयनशालाओं के अलावा विवाहित छात्रों के लिए 120 फ्लैट हैं। शयनशाला में सीढ़ी और टी-रूम के आसपास हर तल पर दस एकल कमरों की व्यवस्था है। छात्रों के लिए शयनशालाओं में रहना अनिवार्य है। प्रत्येक कमरा पूरी तरह सुसज्
नयी दिल्ली, 22 जनवरी (भाषा) दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु और पुणे छात्रों की आवास जरुरतों के लिए तीन बड़े बाजार हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के इन शहरों में आवास की मौजूदा मांग को पूरा करने के लिए संगठित क्षेत्र के परिचालकों से अतिरिक्त 4.75 लाख बिस्तरों की आवश्यकता होगी। कुशमन एंड वेकफील्ड (सी एंड डब्ल्यू), ने स्टूडेंट हाउसिंग प्रोवाइडर्स फोरम ऑफ इंडिया (एसएपीएफआई) के साथ मिलकर बुधवार को ‘स्टूडेंट हाउसिंग यूनिवर्स इन इंडिया सिटी इनसाइट्स’ नामक एक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट ने बेंगलुरु, दिल्ली-एनसीआर और पुणे शहरों में शिक्षा समूहों की पहचान की
कुल 25 छात्र शयनशालाएं हैं जिनमें करीब 740 छात्रों के रहने की क्षमता है। शयनशालाओं के अलावा विवाहित छात्रों के लिए 120 फ्लैट हैं। शयनशाला में सीढ़ी और टी-रूम के आसपास हर तल पर दस एकल कमरों की व्यवस्था है। छात्रों के लिए शयनशालाओं में रहना अनिवार्य है। प्रत्येक कमरा पूरी तरह सुसज्