बच्चे को अर्द्ध ठोस आहार में खिचड़ी, कस्टर्ड, जूस, सूप इत्यादि शुरू कर सकते हैं। शिशु विकास छठे सातवें आठवें महीने में पालन-पोषण देखभाल उपाय और सावधानियां।
जागरण संवाददाता, सिरसा : न्यूनतम मजदूरी भी कम से कम इतना तो हो दो जून का रोटी रूखी-सुखी ही सही नमक-तेल के साथ खा सके। अब 600 रुपये में होता ही क्या है। बुढ़ापा पेंशन भी बढ़कर एक ह
पुस्तक के विषय में घरेलू व आयुर्वेदिक चिकित्सा के प्रचार-प्रसार करते हैं एव इस बारे में लोगों को जानकारी देने में विशेष रुचि है। आज की आधुनिक एलोपैथिक चिकित्सा जितनी खर्चीली और नुकसानदेह है, उतनी ही यह चिकित्सा सस्ती और फायदेमंद है।
बच्चे को अर्द्ध ठोस आहार में खिचड़ी, कस्टर्ड, जूस, सूप इत्यादि शुरू कर सकते हैं। शिशु विकास छठे सातवें आठवें महीने में पालन-पोषण देखभाल उपाय और सावधानियां।
जागरण संवाददाता, सिरसा : न्यूनतम मजदूरी भी कम से कम इतना तो हो दो जून का रोटी रूखी-सुखी ही सही नमक-तेल के साथ खा सके। अब 600 रुपये में होता ही क्या है। बुढ़ापा पेंशन भी बढ़कर एक ह
पुस्तक के विषय में घरेलू व आयुर्वेदिक चिकित्सा के प्रचार-प्रसार करते हैं एव इस बारे में लोगों को जानकारी देने में विशेष रुचि है। आज की आधुनिक एलोपैथिक चिकित्सा जितनी खर्चीली और नुकसानदेह है, उतनी ही यह चिकित्सा सस्ती और फायदेमंद है।