18वीं सदी में यूरोपीय कला व लेखन पर प्रबोधन युग का वर्चस्व था। उस युग में तर्क, वैयक्तिकता, संदेहवाद, विज्ञान में नई रुचि तथा नवजागरण की क्रांति की तैयारी प्रमुख विषय थे।
वैज्ञानिक आविष्कारों और अनुसंधानों के कारण न केवल विज्ञान के क्षेत्र में बल्कि धर्म,राजनीति, अर्थव्वस्था, दर्शन, साहित्य आदि अनेक मानवीय क्षेत्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का उदय हुआ ..
वैज्ञानिक आविष्कारों और अनुसंधानों के कारण न केवल विज्ञान के क्षेत्र में बल्कि धर्म,राजनीति, अर्थव्वस्था, दर्शन, साहित्य आदि अनेक मानवीय क्षेत्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का उदय हुआ ..