यमन के हूथी विद्रोहियों द्वारा ईरान का समर्थन किए जाने की बात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी चर्चा में हैं. लेकिन उनका आंदोलन अपनी जमीन पर है और वे अपने देश की शाही व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं.
यमन अरब प्रायद्वीप के दक्षिणी सिरे पर, मध्य-पूर्व एशिया में स्थित एक देश है। यह सऊदी अरब और ओमान के सीमाओं से जुड़ा हुआ है। यहाँ देखने के लिए कई ऐतिहासिक भवन और स्थान उपलब्ध हैं, परन्तु हाल ही मैं घरेलू युद्ध और कई तरह के संघर्ष के कारण इस समय यहाँ पर्यटकों के जाने का सही समय नही
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने युद्ध से त्रस्त यमन में सऊदी अरब की ओर से संघर्षविराम की घोषणा का स्वागत किया है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस एकतरफ़ा घोषणा से यमन में शांति स्थापना के प्रयासों को आगे बढ़ाने में मदद मिलने के साथ-साथ कोविड-19 महामारी का फैलाव भी रोका जा सकेगा. |
यमन में चल रहा सत्ता संघर्ष नया नहीं है. अरब स्प्रिंग आंदोलन का असर यमन में भी देखने को मिला. सालों सत्ता पर काबिज रहे अब्दुल्ला अली सालेह को 2012 में सत्ता छोड़नी पड़ी. पिछले ढाई साल में वहां दूसरे राष्ट्रपति के देश छोड़कर भागने की नौबत आई है. राष्ट्रपति मंसूर हादी किसी तरह से Continue Reading
यमन के हूथी विद्रोहियों द्वारा ईरान का समर्थन किए जाने की बात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी चर्चा में हैं. लेकिन उनका आंदोलन अपनी जमीन पर है और वे अपने देश की शाही व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं.
यमन अरब प्रायद्वीप के दक्षिणी सिरे पर, मध्य-पूर्व एशिया में स्थित एक देश है। यह सऊदी अरब और ओमान के सीमाओं से जुड़ा हुआ है। यहाँ देखने के लिए कई ऐतिहासिक भवन और स्थान उपलब्ध हैं, परन्तु हाल ही मैं घरेलू युद्ध और कई तरह के संघर्ष के कारण इस समय यहाँ पर्यटकों के जाने का सही समय नही
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने युद्ध से त्रस्त यमन में सऊदी अरब की ओर से संघर्षविराम की घोषणा का स्वागत किया है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस एकतरफ़ा घोषणा से यमन में शांति स्थापना के प्रयासों को आगे बढ़ाने में मदद मिलने के साथ-साथ कोविड-19 महामारी का फैलाव भी रोका जा सकेगा. |
यमन में चल रहा सत्ता संघर्ष नया नहीं है. अरब स्प्रिंग आंदोलन का असर यमन में भी देखने को मिला. सालों सत्ता पर काबिज रहे अब्दुल्ला अली सालेह को 2012 में सत्ता छोड़नी पड़ी. पिछले ढाई साल में वहां दूसरे राष्ट्रपति के देश छोड़कर भागने की नौबत आई है. राष्ट्रपति मंसूर हादी किसी तरह से Continue Reading