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साम्राज्यवाद - विकिपीडिया
साम्राज्यवाद वह दृष्टिकोण है जिसके अनुसार कोई महत्त्वाकांक्षी राष्ट्र अपनी शक्ति और गौरव को बढ़ाने के लिए अन्य देशों के प्राकृतिक और मानवीय संसाधनों पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लेता है।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A6
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साम्राज्यवाद की उत्पत्ति, विशेषताएं, कारण, परिणाम और उदाहरण
साम्राज्यवाद यह राजनीतिक शक्ति की एक प्रणाली है जो सैन्य प्राधिकरण के माध्यम से अपने आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जुए का विस्तार करती है, जिससे अन्य राज्यों और लोगों पर बल का उपयोग होता है।
https://hi.thpanorama.com/articles/historia/imperialismo-origen-caractersticas-causas-consecuencias-y-ejemplos.html
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साम्राज्यवाद का अर्थ, सिद्धांत एवं लक्षण
साम्राज्यवाद के अर्थ को समझना आसान नही है। अलग-अलग विद्वानों ने अनेकों तरह से इसके सार को समझानें की कोशिश कर इसे काफी कठिन कर दिया है।
https://www.scotbuzz.org/2018/05/samrajyavad.html
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नवसाम्राज्यवाद - विकिपीडिया
नव-उपनिवेशवाद से तात्पर्य उस साम्राज्यवादी विस्तार से है जो लगभग पन्द्रहवीं शती के अन्त में यूरोपीय शक्तियों से शुरू हुआ जिसमें बाद में (उन्नीसवीं एवं बीसवीं शताब्दी में) जापान एवं यूएसए शामिल हो गये।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%A8%E0%A4%B5%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A6
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लेनिनवाद - विकिपीडिया
लेनिनवाद साम्राज्यवाद और सर्वहारा क्रांति के युग का मार्क्सवाद है। विचारधारा के स्तर पर यह सर्वहारा क्रांति की और विशेषकर सर्वहारा की तानाशाही का सिद्धांत और कार्यनीति है।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B2%E0%A5%87%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A6
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लेनिन के मूल सबक आज भी सही और बहुत ही महत्वपूर्ण हैं!
अपनी महत्पूर्ण सैद्धांतिक कृति “साम्राज्यवाद: पूंजीवाद का उच्चतम पड़ाव” में लेनिन ने दिखाया कि पूंजीवाद अपने अंतिम पड़ाव, साम्राज्यवाद या मरणासन्न पूंजीवाद, पर पहुंच गया है।
http://www.cgpi.org/hi/mel/voice-party/2881-%E0%A4%B2%E0%A5%87%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AE%E0%A5%82%E0%A4%B2-%E0%A4%B8%E0%A4%AC%E0%A4%95-%E0%A4%86%E0%A4%9C-%E0%A4%AD%E0%A5%80-%E0%A4%B8%E0%A4%B9
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भारत में ब्रिटिश साम्राज्यवाद - British Imperialism in India
भारत में ब्रिटिश साम्राज्यवाद, साम्राज्यवाद का प्रभाव, धर्म-प्रचारकों की संख्या में वृद्धि, भारतीय इतिहास, फसल का कम उत्पादन. अधिक जानकारी प्राप्त करें.
https://hindi.mapsofindia.com/my-india/british-imperialism-in-india/
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जापानी साम्राज्य - विकिपीडिया
जापान ने 'देश को धनवान बनाओ, सेना को शक्तिमान बनाओ' (富国強兵) के नारे के तहत काम करते हुए बड़ी तेजी से औद्योगीकरण और सैन्यीकरण किया जिसके फलस्वरूप वह एक विश्वशक्ति बनकर उभरा। आगे चलकर वह 'अक्ष गठजोड़' का सदस्य बना और एशिया-प्रशान्त क्षेत्र के बहुत बड़े भाग का विजेता बन गया।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%AA%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%AF
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लेनिन का सटीक सिद्धांत: साम्राज्यवाद उच्चतम पड़ाव I
लेनिन की कई रचनाओं में से साम्राज्यवाद पर लिखी उनकी उनकी कृति 'साम्राज्यवाद: पूंजीवाद का उच्चतम पड़ाव' आज सही साबित हो रही है. इसे अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अपने देश के कंपनियों से अमरीकियों को नौकरी देने के लिये मजबूर करने से समझा जा सकता है. I
https://joykarblog.wordpress.com/2017/04/22/%E0%A4%B2%E0%A5%87%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%B8%E0%A4%9F%E0%A5%80%E0%A4%95-%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%A4-%E0%A4%B8%E0%A4%BE/
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ब्रिटिश साम्राज्य - भारतकोश, ज्ञान का हिन्दी महासागर
आश्रित राज्यों, उपनिवेशों, संरक्षित राज्यों और अन्य प्रदेशों की एक विश्वव्यापी व्यवस्था, जो तीन शताब्दी तक ग्रेट ब्रिटेन की प्रभुसत्ता और ब्रिटिश सरकार के प्रशासन के अधीन रही।
https://bharatdiscovery.org/india/%E0%A4%AC%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%9F%E0%A4%BF%E0%A4%B6_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%AF
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ब्रिटिश हुकूमत ने क्या दिया, क्या छीना
16वीं शताब्दी की शुरुआत से लेकर 18वीं शताब्दी के अंत तक तकरीबन आधी दुनिया में ब्रिटिश साम्राज्य था. 19वीं सदी आते आते इसका पतन हो गया. लेकिन उस हुकूमत के निशान आज भी इन देशों में दिखते हैं I
https://www.dw.com/hi/%E0%A4%AC%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%9F%E0%A4%BF%E0%A4%B6-%E0%A4%B9%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%82%E0%A4%AE%E0%A4%A4-%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0
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मार्क्स के चार विचार, जो आज भी ज़िंदा हैं - BBC News हिंदी
रूसी क्रांति का शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है लेकिन कार्ल मार्क्स आज कितने प्रासंगिक है. I
https://www.bbc.com/hindi/international-41870893
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साम्राज्यवाद - यूनियनपीडिया, अर्थ वेब विश्वकोश
सन १४९२ से अब तक के उपनिवेशी साम्राज्य विश्व के वे क्षेत्र जो किसी न किसी समय ब्रितानी साम्राज्य के भाग थे। साम्राज्यवाद (Imperialism) वह दृष्टिकोण है जिसके अनुसार कोई महत्त्वाकांक्षी राष्ट्र अपनी शक्ति और गौरव को बढ़ाने के लिए अन्य देशों के प्राकृतिक और मानवीय संसाधनों पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लेता है। यह हस्तक्षेप राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक या अन्य किसी भी प्रकार का हो सकता है। इसका सबसे प्रत्यक्ष रूप किसी क्षेत्र को अपने राजनीतिक अधिकार में ले लेना एवं उस क्षेत्र के निवासियों को विविध अधिकारों से वंचित करना है। देश के नियंत्रित क्षेत्रों को साम्राज्य कहा जाता है। साम्राज्यवादी नीति के अन्तर्गत एक राष्ट्र-राज्य (Nation State) अपनी सीमाओं के बाहर जाकर दूसरे देशों और राज्यों में हस्तक्षेप करता है। साम्राज्यवाद का विज्ञानसम्मत सिद्धांत लेनिन ने विकसित किया था। लेनिन ने 1916 में अपनी पुस्तक "साम्राज्यवाद पूंजीवाद का अंतिम चरण" में लिखा कि साम्राज्यवाद एक निश्चित आर्थिक अवस्था है जो पूंजीवाद के चरम विकास के समय उत्पन्न होती है। जिन राष्ट्रों में पूंजीवाद का चरमविकास नहीं हुआ वहाँ साम्राज्यवाद को ही लेनिन ने समाजवादी क्रांति की पूर्ववेला माना है। चार्ल्स ए-बेयर्ड के अनुसार "सभ्य राष्ट्रों की कमजोर एवं पिछड़े लोगों पर शासन करने की इच्छा व नीति ही साम्राज्यवाद कहलाती है।" . 46 संबंधों।
https://hi.unionpedia.org/i/साम्राज्यवाद
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साम्राज्यवाद का युग
साम्राज्यवाद का युग
https://www.storyboardthat.com/hi/lesson-plans/साम्राज्यवाद
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साम्राज्यवाद
साम्राज्यवाद
https://www.drishtiias.com/hindi/mains-practice-question/question-2292
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साम्राज्यवाद (इतिहास) - Mimir विश्वकोश
सैन्य शक्ति की पृष्ठभूमि के खिलाफ अन्य देशों को उपनिवेशों और अधीनस्थ देशों में बदलने की नीति। अंग्रेजी में यह साम्राज्यवाद है। यद्यपि इसे कभी-कभी ऐतिहासिक विस्तारवाद और विजयवाद के साथ समरूप रूप से उपयोग...
https://mimirbook.com/hi/fa8fe75ad6c
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‘साम्राज्यवादी देशों की हितों के लिए लिखा गया इतिहास, पूर्ण सत्य नहीं
अर्चना ने कहा, ‘‘एशिया विश्व में आध्यात्म और मानवता का स्रोत रहा है। हम ऐसे समय में जी रहे हैं, जब परिस्थितिवश विश्व पश्चिम से पूरब की ओर केन्द्रित होता जा रहा है।
https://www.jansatta.com/rajya/madhya-pradesh/history-written-for-the-interests-of-imperialist-countries-not-complete-truth/405692/
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नस्ल-विज्ञान का साम्राज्यवादी औपनिवेशिक विधान
मनोज ज्वाला यूरोपीय औद्योगिक क्रांति की कोख से उत्त्पन्न औपनिवेशिक साम्राज्यवाद ने अपनी जडें जमाने के लिए एक से बढ कर एक ऐसे-ऐसे नायाब षड्यंत्रों का
https://www.pravakta.com/nasal-vigyan-ka-samrajyawadi-opniveshik-vidhan/