ल्यूकोप्लेकिया में जीभ, और मुंह की अंदरूनी परत पर, मोटे सफेद धब्बे बन जाते हैं। धूम्रपान इसका मुख्य कारण है, लेकिन अन्य कारण भी सम्भव हैं। यदि ज़्यादा ना हो, तो यह हानिकारक नहीं होता और स्वयं ठीक हो जाता है।
श्वेतशल्कता एक रोग-विषयक शब्द है जिसका प्रयोग श्रृंगीयता (केरेटोसिस) के धब्बों का वर्णन करने के लिए किया जाता है। यह न केवल जीभ सहित मुख गुहा की श्लेष्म झिल्ली पर आसंजित (संलग्न) सफेद धब्बों के रूप में बल्कि जठरांत्रिय नली, मूत्र नली एवं जननांगों पर भी सफेद धब्बे के...
जरूरत से ज्यादा धूम्रपान व शराब पीने से मुंह के अंदर सफेद निशान बन जाते हैं जिसे ल्यूकोप्लाकिया कहते हैं। जब ये निशान बढ़ जाते हैं तो इससे जानलेवा बीमारी होने का खतरा रहता है।
श्वेतशल्कता एक रोग-विषयक शब्द है जिसका प्रयोग श्रृंगीयता (केरेटोसिस) के धब्बों का वर्णन करने के लिए किया जाता है। यह न केवल जीभ सहित मुख गुहा की श्लेष्म झिल्ली पर आसंजित (संलग्न) सफेद धब्बों के रूप में बल्कि जठरांत्रिय नली, मूत्र नली एवं जननांगों पर भी सफेद धब्बे के...
जरूरत से ज्यादा धूम्रपान व शराब पीने से मुंह के अंदर सफेद निशान बन जाते हैं जिसे ल्यूकोप्लाकिया कहते हैं। जब ये निशान बढ़ जाते हैं तो इससे जानलेवा बीमारी होने का खतरा रहता है।