एचआईवी (ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस), श्वेत रक्त कोषिकाओं को नष्ट करके हमारी प्रतिरोधक प्रणाली को हानि पहुंचाता है, जिससे संक्रमण से लड़ने की शक्ति क्षीण होने लगती है। इससे अनेक प्रकार के गम्भीर संक्रमण तथा कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। ऐड्स (ऐक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम) एचआईवी के संक्रमण की अंतिम अवस्था है। एचआईवी से संक्रमित प्रत्येक व्यक्ति को ऐड्स होनाअ ज़रूरी नहीं है।
ह्युमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) एक लेंटिवायरस (रेट्रोवायरस परिवार का एक सदस्य) है, जो अक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) का कारण बनता है, जो कि मनुष्यों में एक अवस्था है, जिसमे प्रतिरक्षा तंत्र विफल होने लगता है और इसके परिणामस्वरूप ऐसे अवसरवादी संक्रमण हो .
एचआईवी क्या है? एचआईवी के बारे में बुनियादी जानकारी प्राप्त करें, जैसे - इसके लक्षण, यह कैसे फैलता है, एचआईवी , एड्स से कैसे भिन्न होता है, और एचआईवी के लिए परीक्षण कैसे मदद कर सकता है।
ह्युमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) एक लेंटिवायरस (रेट्रोवायरस परिवार का एक सदस्य) है, जो अक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) का कारण बनता है, जो कि मनुष्यों में एक अवस्था है, जिसमे प्रतिरक्षा तंत्र विफल होने लगता है और इसके परिणामस्वरूप ऐसे अवसरवादी संक्रमण हो .
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