ये दोनों शब्द अक्सर जोड़ों के आस-पास के कोमल ऊतक के खिंचने या फट जाने के लिये इस्तेमाल किये जाते हैं। लेकिन, इनमें एक मुख्य फर्क है, और वह जानने से हम मोच व खिंचाव में अंतर समझ सकते हैं।
स्प्रेन (मोच) अर्थात किसी स्नायु (लिगामेंट) का खिंच जाना या क्षतिग्रस्त हो जाना। स्नायु किसी जोड़ पर हड्डियों को जोड़ने वाले ऊतकों को कहते हैं। मोच के लिए सबसे सामान्य स्थान हैं: घुटना, टखना, कलाई और अंगूठा। स्ट्रेन (खिंचाव) किसी मांसपेशी और/या तंतु की चोट को कहते हैं। तंतु ऊतकों की बनी रेशेदार धागेनुमा रचना होती है जो मांसपेशी को हड्डी से जोड़ती है।.
जानिये मोंच और मांसपेशियों में खिंचाव के क्या करण होते हैं और ये कैसे हो सकती हैं, मोंच और मांसपेशियों में खिंचाव के लक्षण क्या होते हैं और इसका उपचार कैसे किया जाता है? मोंच ज्यादातर टखने और घुटने में आती है और खिंचाव पीठ और जांघों में होता है।
स्प्रेन (मोच) अर्थात किसी स्नायु (लिगामेंट) का खिंच जाना या क्षतिग्रस्त हो जाना। स्नायु किसी जोड़ पर हड्डियों को जोड़ने वाले ऊतकों को कहते हैं। मोच के लिए सबसे सामान्य स्थान हैं: घुटना, टखना, कलाई और अंगूठा। स्ट्रेन (खिंचाव) किसी मांसपेशी और/या तंतु की चोट को कहते हैं। तंतु ऊतकों की बनी रेशेदार धागेनुमा रचना होती है जो मांसपेशी को हड्डी से जोड़ती है।.
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