वायरल हेपेटाइटिस के लिए प्रारंभिक उपचार में मितली, उल्टी और पेट दर्द के लक्षणों से राहत मिलना प्रमुख है. यदि दवा से किसी रोगी में विपरीत लक्षण दिखने लगें तो दवा रोक देना बेहतर है. बिगड़ा हुआ जिगर सामान्य रूप से दवाओं से ठीक नहीं हो पाता.
यकृतशोथ ख (हेपाटाइटिस बी) हेपाटाइटिस बी वायरस के काऱण होने वाली एक संक्रामक बीमारी है जो मनुष्य के साथ बंदरों की प्रजाति के लीवर को भी संक्रमित करती है, जिसके कारण लीवर में सूजन और जलन पैदा होती है जिसे हेपाटाइटिस कहते हैं।
वायरल हेपेटाइटिस के लिए प्रारंभिक उपचार में मितली, उल्टी और पेट दर्द के लक्षणों से राहत मिलना प्रमुख है. यदि दवा से किसी रोगी में विपरीत लक्षण दिखने लगें तो दवा रोक देना बेहतर है. बिगड़ा हुआ जिगर सामान्य रूप से दवाओं से ठीक नहीं हो पाता.
यकृतशोथ ख (हेपाटाइटिस बी) हेपाटाइटिस बी वायरस के काऱण होने वाली एक संक्रामक बीमारी है जो मनुष्य के साथ बंदरों की प्रजाति के लीवर को भी संक्रमित करती है, जिसके कारण लीवर में सूजन और जलन पैदा होती है जिसे हेपाटाइटिस कहते हैं।