पेजेट्स रोग हड्डियों का पुराना रोग है जिसके फलस्वरूप हड्डियाँ बड़ी और विकृत हो सकती हैं। हड्डियों के बार-बार टूटने और बनने, तथा अव्यवस्थित तरीके से आकार देने के कारण यह रोग उत्पन्न होता है।
हड्डी का पेजेट्स रोग (अक्सर सिर्फ पेजेट्स रोग) या ओस्टिअटिस डीफॉरमैन्स रोग, सबसे आम पैजेट्स रोग कहलाता है. यह एक चिरकालीन रोग है आमतौर पर बढ़े और विकृत हड्डियों का परिणाम होता है. I
अस्थिमृदुता या 'ओस्टीयोमलेशिया' व्यस्कों में हड्डी के मुलायम होने को कहते हैं। बच्चों में इस रोग को रिकेट्स कहते हैं। ये प्रायः विटामिन डी की कमी के कारण होता है।[
अस्थि घनत्व, या हड्डी खनिज घनत्व (बीएमडी), हड्डी के ऊतकों में हड्डी खनिज की मात्रा है। यह अवधारणा हड्डी की मात्रा के द्रव्यमान (भौतिक विज्ञान के अर्थ में घनत्व से संबंधित) के द्रव्यमान है, यद्यपि नैदानिक रूप से इमेजिंग पर हड्डी की सतह के प्रति वर्गिक सेंटीमीटर I
आंकड़ों के हिसाब से 50 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों में हड्डियों के आसानी से टूट जाने की प्रवृत्ति होती है. दो में से एक महिला और चार में से एक पुरुष में हड्डी महज इस वजह से टूट जाती है, क्योंकि वे ऑस्टियोपोरोसिस के शिकार हैं. ऐसे में इनकी सही देखभाल बहुत जरूरी है. I
एक उम्र के बाद हड्डियों का कमजोर होना स्वाभाविक बात है लेकिन अगर आप कुछ बुरी आदतों से घिरे हैं तो उम्र से पहले ही आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, जानिए कैसे।
हड्डी का पेजेट्स रोग (अक्सर सिर्फ पेजेट्स रोग) या ओस्टिअटिस डीफॉरमैन्स रोग, सबसे आम पैजेट्स रोग कहलाता है. यह एक चिरकालीन रोग है आमतौर पर बढ़े और विकृत हड्डियों का परिणाम होता है. I
अस्थिमृदुता या 'ओस्टीयोमलेशिया' व्यस्कों में हड्डी के मुलायम होने को कहते हैं। बच्चों में इस रोग को रिकेट्स कहते हैं। ये प्रायः विटामिन डी की कमी के कारण होता है।[
अस्थि घनत्व, या हड्डी खनिज घनत्व (बीएमडी), हड्डी के ऊतकों में हड्डी खनिज की मात्रा है। यह अवधारणा हड्डी की मात्रा के द्रव्यमान (भौतिक विज्ञान के अर्थ में घनत्व से संबंधित) के द्रव्यमान है, यद्यपि नैदानिक रूप से इमेजिंग पर हड्डी की सतह के प्रति वर्गिक सेंटीमीटर I
आंकड़ों के हिसाब से 50 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों में हड्डियों के आसानी से टूट जाने की प्रवृत्ति होती है. दो में से एक महिला और चार में से एक पुरुष में हड्डी महज इस वजह से टूट जाती है, क्योंकि वे ऑस्टियोपोरोसिस के शिकार हैं. ऐसे में इनकी सही देखभाल बहुत जरूरी है. I
एक उम्र के बाद हड्डियों का कमजोर होना स्वाभाविक बात है लेकिन अगर आप कुछ बुरी आदतों से घिरे हैं तो उम्र से पहले ही आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, जानिए कैसे।