सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज(सी3) और यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) ने एक महत्वपूर्ण सर्वेक्षण 'यूथ बोल' के नतीजे जारी किये हैं.
युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में राजस्थान में मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाली संस्थान आरोग्यसिद्धि फाउंडेशन के जनस्वास्थ्य विशेषज्ञ भूपेश दीक्षित बता रहे हैं...
यों तो युग निर्माण आन्दोलन के सर्वमान्य सूत्र काफी प्रचलित हैं- मनुष्य में देवत्व का उदय- धरती पर स्वर्ग का अवतरण। इसके लिए नैतिक, बौद्धिक एवं सामाजिक क्रांतियाँ हैं। इस हेतु व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज निर्माण के चरण हैं।
विश्व स्वास्थ्य एजेंसी ने कोविड-19 के निम्न और मध्य आय वाले देशों में तेज़ी से फैलने के बीच, महिलाओं, किशोरों और युवाओं पर इसके अप्रत्यक्ष रूप से पड़ने वाले असर पर चिन्ता व्यक्त की है. दुनिया भर में कोरोनावायरस के संक्रमण के अब तक 74 लाख से ज़्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है ..
भारतीय जीवन पद्धति में नैतिकता और चरित्र को सर्वोच्च माना गया है। ईमानदारी और मेहनत को जीवनमूल्य मनानेवाला हमारा समाज धीरे-धीरे अपने जीवनमूल्यों से दूर होता जा रहा है। यही कारण है कि अपराध बढ़ रहा है और समाज में आपसी विश्वास की डोर दिन-प्रतिदिन कमजोर हो रहा है।
स्वस्थ बनें युवा, सशक्त बने राष्ट्र - कामकाजी युवाओं की सेहत पर नजर रखने वाले देश के एकमात्र संस्थान ‘नेशनल इन्स्टीट्यूट आॅफ आॅक्युपेशनल हेल्थ’ की रिपोर्ट के अनुसार - बीते पाॅंच साल में युवाओं की कार्यक्षमता पर प्रतिकूल असर पड़ा है। संस्थान के पाॅंच प्रमुख शहरों...
सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज(सी3) और यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) ने एक महत्वपूर्ण सर्वेक्षण 'यूथ बोल' के नतीजे जारी किये हैं.
युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में राजस्थान में मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाली संस्थान आरोग्यसिद्धि फाउंडेशन के जनस्वास्थ्य विशेषज्ञ भूपेश दीक्षित बता रहे हैं...
यों तो युग निर्माण आन्दोलन के सर्वमान्य सूत्र काफी प्रचलित हैं- मनुष्य में देवत्व का उदय- धरती पर स्वर्ग का अवतरण। इसके लिए नैतिक, बौद्धिक एवं सामाजिक क्रांतियाँ हैं। इस हेतु व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज निर्माण के चरण हैं।
विश्व स्वास्थ्य एजेंसी ने कोविड-19 के निम्न और मध्य आय वाले देशों में तेज़ी से फैलने के बीच, महिलाओं, किशोरों और युवाओं पर इसके अप्रत्यक्ष रूप से पड़ने वाले असर पर चिन्ता व्यक्त की है. दुनिया भर में कोरोनावायरस के संक्रमण के अब तक 74 लाख से ज़्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है ..
भारतीय जीवन पद्धति में नैतिकता और चरित्र को सर्वोच्च माना गया है। ईमानदारी और मेहनत को जीवनमूल्य मनानेवाला हमारा समाज धीरे-धीरे अपने जीवनमूल्यों से दूर होता जा रहा है। यही कारण है कि अपराध बढ़ रहा है और समाज में आपसी विश्वास की डोर दिन-प्रतिदिन कमजोर हो रहा है।
स्वस्थ बनें युवा, सशक्त बने राष्ट्र - कामकाजी युवाओं की सेहत पर नजर रखने वाले देश के एकमात्र संस्थान ‘नेशनल इन्स्टीट्यूट आॅफ आॅक्युपेशनल हेल्थ’ की रिपोर्ट के अनुसार - बीते पाॅंच साल में युवाओं की कार्यक्षमता पर प्रतिकूल असर पड़ा है। संस्थान के पाॅंच प्रमुख शहरों...