ब्रांडी (Brandy) एक मद्य है जो सामान्यत: फलों के किण्वित रसों का आसवन करके से प्राप्त किया जाता है। इसमें 35 से 60% तक अल्कोहल होता है। इसे प्रायः रात्रि के भोजन के बाद ग्रहण किया जाता है।
अकसर बच्चों को या बड़ों को सर्दी-ज़ुक़ाम होने पर या चोट लग जाने पर ब्रांडी दवा की तरह पिलाई जाती है. इसके अलावा कुछ लोग ब्रांडी को सिर्फ़ इसलिए भी पीते हैं, क्योंकि उसका टेस्ट अच्छा होता है. मगर क्या आप जानते हैं ब्रांडी पीने के बहुत बड़े-बड़े फ़ायदे भी हैं? ब्रांडी से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है. वाइन से बनने के कारण ये वाइन की ही तरह फ़ायदेमंद भी होती है.
डेस्क-(पियूष त्रिवेदी) ब्रांडी को वाइन से ही बनाया जाता है जो इसमें एल्कोहल की मात्रा को बढाता है और इसे एक विशेष रंग प्रदान करता है. ज्यादातर लोग इसके सेवन को बहुत एन्जॉय करते हैं. लेकिन ऐसा करने से उन्हें हैंग-ओवर होता है, पैसे खर्च होते हैं, लिवर आदि की समस्या होती है और इसकी उन्हें आदत लग जाती है.
ब्रांडी (Brandy) एक मद्य है जो सामान्यत: फलों के किण्वित रसों का आसवन करके से प्राप्त किया जाता है। इसमें 35 से 60% तक अल्कोहल होता है। इसे प्रायः रात्रि के भोजन के बाद ग्रहण किया जाता है।
अकसर बच्चों को या बड़ों को सर्दी-ज़ुक़ाम होने पर या चोट लग जाने पर ब्रांडी दवा की तरह पिलाई जाती है. इसके अलावा कुछ लोग ब्रांडी को सिर्फ़ इसलिए भी पीते हैं, क्योंकि उसका टेस्ट अच्छा होता है. मगर क्या आप जानते हैं ब्रांडी पीने के बहुत बड़े-बड़े फ़ायदे भी हैं? ब्रांडी से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है. वाइन से बनने के कारण ये वाइन की ही तरह फ़ायदेमंद भी होती है.
डेस्क-(पियूष त्रिवेदी) ब्रांडी को वाइन से ही बनाया जाता है जो इसमें एल्कोहल की मात्रा को बढाता है और इसे एक विशेष रंग प्रदान करता है. ज्यादातर लोग इसके सेवन को बहुत एन्जॉय करते हैं. लेकिन ऐसा करने से उन्हें हैंग-ओवर होता है, पैसे खर्च होते हैं, लिवर आदि की समस्या होती है और इसकी उन्हें आदत लग जाती है.