कैसे घर में वाइन बनायें. कई हजार सालों से लोग अपने घरों में वाइन (फलों से बनी शराब) बनाते आ रहे हैं | वाइन को किसी भी फल से बनाया जा सकता है, पर वाइन बनाने के लिए सबसे ज्यादा प्रचलित फल हैं अंगूर I
पिछले ६ माह में मैंने रेड (ग्रेप) वाइन और हार्ड एप्पल साइडर बनाने पर कई प्रयोग किये जो अधिकतर सफल रहे और फलस्वरूप घर पर एक सस्ती, ठीकठाक स्वाद वाली व पूर्णतया जैविक वाइन उपलब्ध हुयी। यदि कानून की बात करें तो स्वयं, परिवार एवं मित्रों के उपभोग के लिये घर पर वाइन बनाना पूर्णतः…
एक भारतीय उष्णकटिबन्धीय वृक्ष है जो उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और जंगलों में बड़े पैमाने पर पाया जाता है। यह एक तेजी से बढ़ने वाला वृक्ष है जो लगभग 25 मीटर की ऊँचाई तक बढ़ सकता है। इसके पत्ते आमतौर पर वर्ष भर हरे रहते हैं।
दोस्तों इस बात से तो हम सभी भली-भांति वाकिफ हैं कि राज्यों में शराबबंदी के बावजूद सस्ती और अच्छी शराब हर जगह उपलब्ध है. दोस्तों शराब के नुकसान से तो हर कोई अच्छे से वाकिफ है. ऐसे में गुजरात के एक शिक्षक ने आयुर्वेदिक शराब बनाया है, जो लोगों के बीच काफी पसंद किया जा रहा है. I
घरेलू वाइन के लिए व्यंजनों में विविधता है, इसलिए कोई भी अपनी ताकत और क्षमताओं के लिए एक नुस्खा चुन सकता है। शुरुआती शराब बनाने वालों को घर पर प्राकृतिक शराब बनाने का एक आसान तरीका ध्यान देना चाहिए।
महाराष्ट्र में अंगूर, जामुन और करौंदे के बाद अब केले से भी शराब (वाइन) बनाई जाएगी। राज्य सरकार जल्द ही केले से वाइन बनाने के प्रकल्प की मंजूरी देने पर विचार कर रही है। राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे ने विधान परिषद में इसकी घोषणा की।
कैसे घर में वाइन बनायें. कई हजार सालों से लोग अपने घरों में वाइन (फलों से बनी शराब) बनाते आ रहे हैं | वाइन को किसी भी फल से बनाया जा सकता है, पर वाइन बनाने के लिए सबसे ज्यादा प्रचलित फल हैं अंगूर I
पिछले ६ माह में मैंने रेड (ग्रेप) वाइन और हार्ड एप्पल साइडर बनाने पर कई प्रयोग किये जो अधिकतर सफल रहे और फलस्वरूप घर पर एक सस्ती, ठीकठाक स्वाद वाली व पूर्णतया जैविक वाइन उपलब्ध हुयी। यदि कानून की बात करें तो स्वयं, परिवार एवं मित्रों के उपभोग के लिये घर पर वाइन बनाना पूर्णतः…
एक भारतीय उष्णकटिबन्धीय वृक्ष है जो उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और जंगलों में बड़े पैमाने पर पाया जाता है। यह एक तेजी से बढ़ने वाला वृक्ष है जो लगभग 25 मीटर की ऊँचाई तक बढ़ सकता है। इसके पत्ते आमतौर पर वर्ष भर हरे रहते हैं।
दोस्तों इस बात से तो हम सभी भली-भांति वाकिफ हैं कि राज्यों में शराबबंदी के बावजूद सस्ती और अच्छी शराब हर जगह उपलब्ध है. दोस्तों शराब के नुकसान से तो हर कोई अच्छे से वाकिफ है. ऐसे में गुजरात के एक शिक्षक ने आयुर्वेदिक शराब बनाया है, जो लोगों के बीच काफी पसंद किया जा रहा है. I
घरेलू वाइन के लिए व्यंजनों में विविधता है, इसलिए कोई भी अपनी ताकत और क्षमताओं के लिए एक नुस्खा चुन सकता है। शुरुआती शराब बनाने वालों को घर पर प्राकृतिक शराब बनाने का एक आसान तरीका ध्यान देना चाहिए।
महाराष्ट्र में अंगूर, जामुन और करौंदे के बाद अब केले से भी शराब (वाइन) बनाई जाएगी। राज्य सरकार जल्द ही केले से वाइन बनाने के प्रकल्प की मंजूरी देने पर विचार कर रही है। राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे ने विधान परिषद में इसकी घोषणा की।