ख़ुशी, गम, उत्साहित या शांत मन – हर परिस्थिति में काम आता है संगीत | संगीत की कला को मूर्त रूप देने का का करते हैं संगीतज्ञ – जिनमें कुछ वाद्य यंत्रों द्वारा संगीत का निर्माण करते हैं और कुछ अपनी आवाज़ का जादू उसमें मिलाकर एक गाने का निर्माण करते हैं
भारतीय सिंगरों में अपना अलग स्थान बनाने वाले और सबके दिलों में जगह बनाने वाले शांतनु मुखर्जी उर्फ शान का जन्म 30 सितंबर 1972 को मुंबई के परेल में हुआ था। 45 वर्षीय शान भारत मेंं ..
अपने जीवन में हमने बहुत से गायकों को सुना होगा, उनमें से कई सुपर डुपर हिट रहे , तो कईयों के हम लोग फैन रहे, मगर उनमें से कुछ गायक ऐसे भी हैं जिनके हिट होने का कोई सीमित समय नहीं था, वे कल भी सुपर हिट थे और आज भी लोगों के जेहन में गूंजते रहते हैं |
ख़ुशी, गम, उत्साहित या शांत मन – हर परिस्थिति में काम आता है संगीत | संगीत की कला को मूर्त रूप देने का का करते हैं संगीतज्ञ – जिनमें कुछ वाद्य यंत्रों द्वारा संगीत का निर्माण करते हैं और कुछ अपनी आवाज़ का जादू उसमें मिलाकर एक गाने का निर्माण करते हैं
भारतीय सिंगरों में अपना अलग स्थान बनाने वाले और सबके दिलों में जगह बनाने वाले शांतनु मुखर्जी उर्फ शान का जन्म 30 सितंबर 1972 को मुंबई के परेल में हुआ था। 45 वर्षीय शान भारत मेंं ..
अपने जीवन में हमने बहुत से गायकों को सुना होगा, उनमें से कई सुपर डुपर हिट रहे , तो कईयों के हम लोग फैन रहे, मगर उनमें से कुछ गायक ऐसे भी हैं जिनके हिट होने का कोई सीमित समय नहीं था, वे कल भी सुपर हिट थे और आज भी लोगों के जेहन में गूंजते रहते हैं |