चीनी आदि भाषाओं के प्राचीन साहित्य की भाँति कोरियायी के प्राचीन साहित्य में भी धार्मिक कर्मकांड की मुख्यता देखने में आती है। नीतिशास्त्र, आचारशास्त्र, तथा कनफ्यूशियस और बौद्धधर्म (ईसवी सन् 369 में चीन से होकर प्रविष्ट) के उपदेश इस साहित्य में प्रधानता से पाए जाते हैं।
यह लेख इंग्लैंड के साहित्य के बजाय अंग्रेजी भाषा के साहित्य पर केंद्रित है, इसीलिए इसमें स्कॉटलैंड, वेल्स, क्राउन निर्भर देश और पूरे आयरलैंड के लेखकों के साथ-साथ पूर्व ब्रिटिश साम्राज्य (संयुक्त राष्ट्र अमेरिका शामिल) के देशों के अंग्रेजी में साहित्य सम्मिलित हैं ।
चीनी आदि भाषाओं के प्राचीन साहित्य की भाँति कोरियायी के प्राचीन साहित्य में भी धार्मिक कर्मकांड की मुख्यता देखने में आती है। नीतिशास्त्र, आचारशास्त्र, तथा कनफ्यूशियस और बौद्धधर्म (ईसवी सन् 369 में चीन से होकर प्रविष्ट) के उपदेश इस साहित्य में प्रधानता से पाए जाते हैं।
यह लेख इंग्लैंड के साहित्य के बजाय अंग्रेजी भाषा के साहित्य पर केंद्रित है, इसीलिए इसमें स्कॉटलैंड, वेल्स, क्राउन निर्भर देश और पूरे आयरलैंड के लेखकों के साथ-साथ पूर्व ब्रिटिश साम्राज्य (संयुक्त राष्ट्र अमेरिका शामिल) के देशों के अंग्रेजी में साहित्य सम्मिलित हैं ।