हिन्दू धर्म में बाईबल या कुरान की तरह कोई एक पुस्तक नहीं जिस का निर्धारित पाठ करना हिन्दूओं के लिये अनिवार्य हो। हिन्दू धर्म ग्रंथों की सूची बहुत विस्तरित है।
सभी धर्मों के अपने-अपने पवित्र ग्रंथ हैं। इन शास्त्रों को मूल में दिव्य और पवित्र माना जाता है। हिंदू धर्म एक विशाल धर्म है और इसके विभिन्न ग्रंथ हैं जिन्हें वे पवित्र मानते हैं। वेद बहुत महत्वपूर्ण धार्मिक शास्त्र हैं। वेद 4 हैं- ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद।
रेलवे रोड पर आयोजित प्रवचन में कथा वाचक विरेंद्र शास्त्री ने कहा कि संसार में सबसे पुराना धार्मिक ग्रंथ ऋग्वेद है। यह बात अमेरिका की धर्म संसद में भी मानी गई है।
इस संसार में ज्ञान के समान पवित्र करने वाला नि:संदेह कुछ भी नहीं है। गीता का यही श्लोक डॉ. मिश्र के पठन-पाठन कर्म का सार है। वे 32 सालों से भारतीय ऋषि-मुनियों की पुरातन परंपरा का अनुसरण कर रहे हैं।
हिन्दू धर्म में बाईबल या कुरान की तरह कोई एक पुस्तक नहीं जिस का निर्धारित पाठ करना हिन्दूओं के लिये अनिवार्य हो। हिन्दू धर्म ग्रंथों की सूची बहुत विस्तरित है।
सभी धर्मों के अपने-अपने पवित्र ग्रंथ हैं। इन शास्त्रों को मूल में दिव्य और पवित्र माना जाता है। हिंदू धर्म एक विशाल धर्म है और इसके विभिन्न ग्रंथ हैं जिन्हें वे पवित्र मानते हैं। वेद बहुत महत्वपूर्ण धार्मिक शास्त्र हैं। वेद 4 हैं- ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद।
रेलवे रोड पर आयोजित प्रवचन में कथा वाचक विरेंद्र शास्त्री ने कहा कि संसार में सबसे पुराना धार्मिक ग्रंथ ऋग्वेद है। यह बात अमेरिका की धर्म संसद में भी मानी गई है।
इस संसार में ज्ञान के समान पवित्र करने वाला नि:संदेह कुछ भी नहीं है। गीता का यही श्लोक डॉ. मिश्र के पठन-पाठन कर्म का सार है। वे 32 सालों से भारतीय ऋषि-मुनियों की पुरातन परंपरा का अनुसरण कर रहे हैं।