राजनीतिक होली में लफंगी रंग, हुड़दंगी रंग, चेला-चपाटी रंग, जुमलेबाजी रंग, घोटालेबाजी रंग, देशभक्ति रंग, मन की बात का रंग भी खूब लगाया जाता है, क्योंकि 'बुरा न मानो होली है'।
गिरिराज शऱण अग्रवाल के द्वारा प्रस्तुत की गयीं हास्य व्यंग्य कविताएँ. ... ऐसे में मात्र एक ही सहारा है हमारे जीवन की शुष्क धरा पर केवल हास्य ही उभरता हुआ चश्मा है, धारा है।
राजनीतिक होली में लफंगी रंग, हुड़दंगी रंग, चेला-चपाटी रंग, जुमलेबाजी रंग, घोटालेबाजी रंग, देशभक्ति रंग, मन की बात का रंग भी खूब लगाया जाता है, क्योंकि 'बुरा न मानो होली है'।
गिरिराज शऱण अग्रवाल के द्वारा प्रस्तुत की गयीं हास्य व्यंग्य कविताएँ. ... ऐसे में मात्र एक ही सहारा है हमारे जीवन की शुष्क धरा पर केवल हास्य ही उभरता हुआ चश्मा है, धारा है।