किसी भी समाज की इयत्ता उसकी पहिचान के उन स्वरूपों को समेटे रहती है जो वहाँ के लोगों के सोचने-विचारने और इनके अनुसार आचरण करने में सन्निहित रहती है। इसमें उसका समग्र जीवन दर्शन ही नहीं बल्कि सोचे गए तत्त्वों के आधार पर एक-एक क्षण तक को निरंतर जीते चले जाने की आचारशीलता भी…
- साहित्य की किसी विधा की विशेषताओं को कुछ बिन्दुओं में प्रस्तुत करना अति संक्षेपीकरण माना जा सकता है तथापि मेरी दृष्टि में समकालीन हिन्दी कथा साहित्य की कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नानुसार हैं-
यह पुस्तक ‘उत्तर आधुनिकता व् समकालीनता बोध’ को भारतीय सन्दर्भ में प्रस्तुत करने का मौलिक प्रयास है ! मौलिक इस दृष्टि में-क्योंकि यह विमर्श का विखंडनवादी स्वर लेकर उपस्थित होता है जो केंद्र व् हाशिया दोनों की स्थिति को एक साथ लेकर चलता है, जिसमे टकराहट की
किसी भाषा के वाचिक और लिखित (शास्त्रसमूह) को साहित्य कह सकते हैं। दुनिया में सबसे पुराना वाचिक साहित्य हमें आदिवासी भाषाओं में मिलता है। इस दृष्टि से आदिवासी साहित्य सभी साहित्य का मूल स्रोत है। साहित्य - स+हित+य के योग से बना है
गूगल ने आज प्रसिद्ध फिक्शन लेखिका इस्मत चुगताई पर डूडल बनाया है. उन्हें हिंदुस्तानी साहित्य में लेस्बियन प्यार की पहली कहानी लिहाफ के लिए जाना जाता है. I
साइंस फिक्शन का जिक्र करने पर सौ वर्षों से भी ज्यादा पुराना एक सवाल अपनी कब्र फाड़कर सामने आ खड़ा होता है कि इसे स्वतंत्र साहित्यिक विधा के रूप में मान्यता दी जाए या नहीं।
44वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में आयोजित सातवें लिटरेचर फेस्टिवल का बांग्ला फिल्म अभिनेता सौमित्र चट्टोपाध्याय ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।
किसी भी समाज की इयत्ता उसकी पहिचान के उन स्वरूपों को समेटे रहती है जो वहाँ के लोगों के सोचने-विचारने और इनके अनुसार आचरण करने में सन्निहित रहती है। इसमें उसका समग्र जीवन दर्शन ही नहीं बल्कि सोचे गए तत्त्वों के आधार पर एक-एक क्षण तक को निरंतर जीते चले जाने की आचारशीलता भी…
- साहित्य की किसी विधा की विशेषताओं को कुछ बिन्दुओं में प्रस्तुत करना अति संक्षेपीकरण माना जा सकता है तथापि मेरी दृष्टि में समकालीन हिन्दी कथा साहित्य की कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नानुसार हैं-
यह पुस्तक ‘उत्तर आधुनिकता व् समकालीनता बोध’ को भारतीय सन्दर्भ में प्रस्तुत करने का मौलिक प्रयास है ! मौलिक इस दृष्टि में-क्योंकि यह विमर्श का विखंडनवादी स्वर लेकर उपस्थित होता है जो केंद्र व् हाशिया दोनों की स्थिति को एक साथ लेकर चलता है, जिसमे टकराहट की
किसी भाषा के वाचिक और लिखित (शास्त्रसमूह) को साहित्य कह सकते हैं। दुनिया में सबसे पुराना वाचिक साहित्य हमें आदिवासी भाषाओं में मिलता है। इस दृष्टि से आदिवासी साहित्य सभी साहित्य का मूल स्रोत है। साहित्य - स+हित+य के योग से बना है
गूगल ने आज प्रसिद्ध फिक्शन लेखिका इस्मत चुगताई पर डूडल बनाया है. उन्हें हिंदुस्तानी साहित्य में लेस्बियन प्यार की पहली कहानी लिहाफ के लिए जाना जाता है. I
साइंस फिक्शन का जिक्र करने पर सौ वर्षों से भी ज्यादा पुराना एक सवाल अपनी कब्र फाड़कर सामने आ खड़ा होता है कि इसे स्वतंत्र साहित्यिक विधा के रूप में मान्यता दी जाए या नहीं।
44वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में आयोजित सातवें लिटरेचर फेस्टिवल का बांग्ला फिल्म अभिनेता सौमित्र चट्टोपाध्याय ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।