हालात में संघर्ष करते हुए जम्मू-कश्मीर के एक बुक बाइंडर ने असाधारण सफलता हासिल की है। ऊधमपुर के रहने वाले सुरेश सिंह ने जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में 10वीं रैंक हासिल की है। सुरेश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को दिया है। उन्होंने कहा कि उनके पिता का सपना था I
बुक बाइंडिंग का काम नया ना होते हुए भी मुनाफे से भरा हुआ है. इस उद्योग की सबसे खास बात यह है कि एक तो इसमे कॉम्पटिशन कम है और दुसरा कच्चा माल सस्ता है. जिस कारण कम से कम पूंजी में भी इस काम को शुरू किया जा सकता है. इतना ही नहीं इस काम को करने के लिए ना तो किसी विशेष डिग्री की जरूरत है और ना ही विशेष कहीं आने- जाने की आवश्यक्ता है.
बुक बाइंडिंग ऑपरेटिव्स से जो काम करने की उम्मीद की जाती है उनमें शामिल हैं Iबुक बाइंडिंग से जुड़े कई नियमित और कम कुशलता वाले काम करना जैसे बताए गए आकार में कागज काटना, खाली शीट पर पैमाने से निशान लगाना, गोंद लगाना आदि I
हालात में संघर्ष करते हुए जम्मू-कश्मीर के एक बुक बाइंडर ने असाधारण सफलता हासिल की है। ऊधमपुर के रहने वाले सुरेश सिंह ने जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में 10वीं रैंक हासिल की है। सुरेश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को दिया है। उन्होंने कहा कि उनके पिता का सपना था I
बुक बाइंडिंग का काम नया ना होते हुए भी मुनाफे से भरा हुआ है. इस उद्योग की सबसे खास बात यह है कि एक तो इसमे कॉम्पटिशन कम है और दुसरा कच्चा माल सस्ता है. जिस कारण कम से कम पूंजी में भी इस काम को शुरू किया जा सकता है. इतना ही नहीं इस काम को करने के लिए ना तो किसी विशेष डिग्री की जरूरत है और ना ही विशेष कहीं आने- जाने की आवश्यक्ता है.
बुक बाइंडिंग ऑपरेटिव्स से जो काम करने की उम्मीद की जाती है उनमें शामिल हैं Iबुक बाइंडिंग से जुड़े कई नियमित और कम कुशलता वाले काम करना जैसे बताए गए आकार में कागज काटना, खाली शीट पर पैमाने से निशान लगाना, गोंद लगाना आदि I